भाजपा 9 जून को बिहार में करगी पुतला दहन : भ्रष्टाचार का लगाया आरोप, कहा- पुल गिरने की घटना के दोषी मुख्यमंत्री स्वयं

पटना। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल दुर्घटना व बिहार में हुए पुल हादसे को लेकर बिहार की राजनीति गर्म है। बता दे की अपनी सुविधा के मुताबिक राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। वही एक तरफ राजद रेल दुर्घटना घटना को लेकर भाजपा की सरकार पर बड़ा आरोप लगा रहा है। वहीं दुसरी ओर भाजपा नेता यह कह रहे हैं कि रेल दुर्घटना को लेकर भारत सरकार CBI जांच करा रही है तो फिर बिहार सरकार सुल्तानगंज पुल के ध्वस्त होने के बाद CBI जांच या फिर हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच क्यों नहीं करा रही है। बता दे की BJP आने वाले दिनों में पुल दुर्घटना को लेकर बड़ा आंदोलन करने की बात कह रही है। बता दे की भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि इस पुल में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। पुल में तकनीकी गड़बड़ी की जांच हो रही थी। जांच होने के दौरान एजेंसी को 300 करोड़ का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री खुद इंजीनियर हैं। इसके बावजूद भी पुल गिर गया। पुल गिरने की घटना के दोषी मुख्यमंत्री स्वयं हैं। निष्पक्ष जांच के लिए पटना हाईकोर्ट के सीटिंग्स जज और CBI से जांच होगी। वही इसको लेकर भाजपा 9 जून को इस मामले को लेकर पूरे बिहार में पुतला दहन बिहार सरकार का होगा। 12 तारीख को राज्यपाल से मिलकर इस मामले पर मुलाकात करेंगे। राज्यपाल से मांग होगी हाईकोर्ट के सीटिंग्स जज या CBI से इस मामले की जांच कराएं। वहीं दूसरी तरफ RJD के आरोप की रेलवे की भाजपा ने अनदेखी की है। उस पर प्रेम रंजन पटेल ने पहले के मामलों को उठाते हुए कहा कि जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थी तो 54 बार रेलवे का टक्कर हुआ था। 839 बार रेल बेपटरी हुई थी। 1451 लोग मारे गए थे। नीतीश कुमार रेलमंत्री थे तो 79 बार रेलवे ने टक्कर की थी 1527 लोग मारे गए थे। वहीं जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे 51 बार रेलवे ने टक्कर मारी थी 550 बार रेलवे बे पटरी हुई थी। 1159 लोग मारे गए थे। प्रेम रंजन पटेल ने अपनी 9 साल की मोदी सरकार को लेकर कहा कि 29 बार रेलवे ने टक्कर मारी है। 426 बार रेलवे बे पटरी हुआ है और उड़ीसा की घटना को मिलाकर मात्र तो 781 लोग ही मरे हैं।

About Post Author

You may have missed