टीपीएस एवं एएन कॉलेज अनुसंधान के क्षेत्र में बनेंगे ‘सेंटर फॉर एक्सेलेंस’ : कुलपति

पटना। अपने कार्यों को आप दुनिया के समक्ष कैसे पेश करते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है। आज का युग ब्राडिंग का युग है। यह बातें टीपीएस कॉलेज में गुरूवार को नवनिर्मित एवं नवीनीकृत 8 भवनों का उद्घाटन करते हुए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि नैक में ब्रांडिग की बड़ी अहमियत है। टीपीएस कॉलेज में आज भ्रमण करने के बाद यह कहा जा सकता है कि नैक मूल्यांकन के लिए कॉलेज पूरी तरह तैयार है और इसे अच्छा ग्रेड प्राप्त होगा। उन्होंने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कॉलेजों के प्रधानाचार्यों का आह्वान किया कि वह वैश्विक स्तर पर अपने कॉलेज को सक्षम बनाने का प्रयास करें। प्रो. सिंह ने शैक्षणिक संस्थानों में अनुसंधान पर बल देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में वहीं शिक्षक एवं संस्थान तरक्की कर सकेंगे, जो नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुरूप अपने को तैयार करेंगे। उन्होंने टीपीएस कॉलेज एवं एएन कॉलेज को अनुसंधान के क्षेत्र में ‘सेंटर फॉर एक्सेलेंस’ बनाने की घोषणा की और कहा कि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में जनवरी 2023 तक सारे सत्र नियमित हो जाएंगे।
बिहार सरकार की उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. रेखा कुमारी ने टीपीएस कॉलेज में हुए विकास की चर्चा करते हुए कहा कि कम जगह और संसाधन में कैसे विकास किया जाता है, महाविद्यालय इसका श्रेष्ठ नमूना है। उन्होंने कहा कि टीपीएस कॉलेज का यह स्वर्णिम काल है। उन्होंने राज्य सरकार से महाविद्यालय को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया।
वहीं बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग के सदस्य प्रो. उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कॉलेज द्वारा विकसित संग्राहालय एवं कला दीर्घा, नवीनीकृत केन्द्रीय पुस्तकालय एवं शिशु देखभाल केन्द्र की काफी प्रशंसा की और कहा कि यह महाविद्यालय की अनूठी पहल है। इससे पूर्व महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।
ज्ञात हों कि टीपीएस कॉलेज में अतिथि गृह, कांफ्रेंस हॉल-2, चाइल्ड केयर सेंटर, नवीनीकृत केन्द्रीय पुस्तकालय, परीक्षा भवन के तीसरे तल, योग एवं मेडिटेशन सेंटर, नवीनीकृत खेल-कूद-सह-छात्र विनोदकक्ष, संग्राहालय एवं कला दीर्घा, जिम्नाजियम एवं 300 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाला नया सेमिनार हॉल-2 का उद्घाटन हुआ।

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