भोजपुर में भीषण हादसा, कांवरियों की पिकअप अनियंत्रित होकर पलटी, 18 श्रद्धालु घायल

भोजपुर। बिहार के भोजपुर जिले से सावन माह में कांवर यात्रा के दौरान एक दुखद हादसे की खबर सामने आई है। कांवरियों से भरी एक पिकअप वैन अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे लगभग 18 श्रद्धालु घायल हो गए। यह दुर्घटना कृष्णब्रह्म थाना क्षेत्र के छोटका ढाकाइच गांव के पास हुई। सभी श्रद्धालु झारखंड के प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर से जलाभिषेक कर लौट रहे थे।
तेज रफ्तार और थकान बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब पिकअप गाड़ी तेज रफ्तार से छोटका ढाकाइच गांव के पास से गुजर रही थी। गाड़ी में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक थी और सभी लोग लंबी यात्रा की थकान से जूझ रहे थे। उसी दौरान पिकअप अचानक असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गई।
घायलों में एक की हालत गंभीर
इस हादसे में घायल हुए 18 श्रद्धालुओं को तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से ब्रह्मपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में भर्ती कराया गया। इनमें से एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसकी पहचान रोहतास जिले के भानपुर निवासी भोला कुमार के रूप में हुई है। उसे बेहतर इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भेजा गया है।
स्थानीय लोगों की तत्परता से बची कई जानें
दुर्घटना के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल श्रद्धालुओं को पिकअप से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों की तत्परता और मानवीय संवेदना के चलते हादसे के बाद राहत कार्य तेजी से शुरू हो सका, जिससे गंभीर स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया दुर्घटना का पूरा हाल
घटना में घायल भोला कुमार ने बताया कि वह अपने गांव के अन्य कांवरियों के साथ देवघर से जलाभिषेक कर लौट रहा था। यात्रा के दौरान सभी काफी थक चुके थे और अधिक भीड़ होने की वजह से पैदल चलना मुश्किल हो गया था। इसलिए सभी पिकअप से लौट रहे थे। अचानक गाड़ी तेज रफ्तार में असंतुलित हो गई और यह हादसा हो गया।
प्रशासन की भूमिका और जवाबदेही
हादसे की सूचना मिलते ही कृष्णब्रह्म थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पिकअप को सड़क से हटवाया और ट्रैफिक को सामान्य कराया। हालांकि, इस हादसे ने प्रशासन की तैयारियों और कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सावन माह में हर साल लाखों श्रद्धालु देवघर की यात्रा करते हैं, ऐसे में उनके लिए पर्याप्त सुविधा और सुरक्षित यात्रा व्यवस्था सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।
लगातार हो रही हैं सावन में दुर्घटनाएं
सावन के पवित्र माह में कांवर यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक सतर्कता और यातायात प्रबंधन में कहीं न कहीं कमी रह जा रही है। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उनके लिए सुरक्षित वाहनों की व्यवस्था, प्रशिक्षित ड्राइवर, यातायात नियंत्रण, प्राथमिक चिकित्सा सुविधा और रास्तों पर निगरानी जरूरी है। भोजपुर में हुआ यह हादसा श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाला है। प्रशासन को चाहिए कि वह सावन के दौरान होने वाली कांवड़ यात्राओं के लिए ठोस सुरक्षा इंतजाम करे और प्रत्येक मार्ग पर निगरानी व्यवस्था को सख्त बनाए। इससे न केवल हादसों में कमी आएगी, बल्कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और निर्बाध यात्रा का अनुभव भी मिलेगा।
