November 22, 2025

मोतिहारी में वीआईपी नेता की गोली मारकर हत्या, चुनावी रंजिश में वारदात, बाइक सवार अपराधियों ने किया मर्डर

मोतिहारी। मोतिहारी में शुक्रवार सुबह हुई सनसनीखेज वारदात ने पूरे जिले को दहशत में डाल दिया। सुबह करीब 6 बजे वीआईपी पार्टी के स्थानीय नेता और रक्सौल संगठन के जिला प्रभारी कामेश्वर सहनी (50) की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना दरपा थाना क्षेत्र के तिनकोनी गांव की है, जहां अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। हत्या की यह वारदात न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर रही है, बल्कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है।
सुबह घर के बाहर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह कामेश्वर सहनी रोज़ की तरह उठे और घर के बाहर मौजूद हैंडपंप पर हाथ-पैर धोने लगे। इसी दौरान दो बाइक पर सवार अपराधी उनके घर के सामने आकर रुके। इससे पहले कि वे किसी बात का अंदाजा लगा पाते, बदमाशों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। अपराधियों ने करीब 10 राउंड फायरिंग की, जिनमें 5 गोलियां सीधे कामेश्वर सहनी को लगीं—4 सिर में और एक सीने में। भारी मात्रा में खून बहने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
परिवार ने चुनावी रंजिश बताई वजह
मृतक के भांजे दिलीप कुमार ने बताया कि कामेश्वर सहनी का किसी से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं था। उनका कहना है कि यह हत्या साफ तौर पर चुनावी रंजिश का नतीजा है। उनका यह भी कहना है कि कामेश्वर सहनी स्थानीय राजनीति में सक्रिय थे और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ लोगों से मतभेद उत्पन्न हुए थे। परिवार इस वारदात को सोची-समझी राजनीतिक हत्या बता रहा है, जबकि पुलिस अभी सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दरपा थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। थोड़ी देर बाद रक्सौल डीएसपी मनीष आनंद भी तिनकोनी गांव पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने आसपास लगे संभावित सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। साथ ही डॉग स्क्वायड और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। इन टीमों ने घटनास्थल से कई महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठा किए हैं, जिसमें गोली के खोखे, खून के नमूने और अपराधियों के छोड़े हुए संभावित निशान शामिल हैं।
दो संदिग्धों की पहचान, लगातार छापेमारी
डीएसपी मनीष आनंद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दो संदिग्ध लोगों की पहचान हो गई है। पुलिस टीम इन संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। जिला पुलिस का कहना है कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पुलिस इस मामले को तीन मुख्य कोणों से जांच रही है—पुरानी दुश्मनी, व्यक्तिगत विवाद और चुनावी रंजिश। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कामेश्वर सहनी का आपराधिक इतिहास भी रहा है और उन पर कई मुकदमे दर्ज थे, जिससे पुलिस को कई संभावित कारणों और लोगों पर संदेह है।
वीआईपी पार्टी में शोक और आक्रोश
वीआईपी जिला अध्यक्ष अशोक सहनी ने इसे पार्टी के लिए बड़ी क्षति बताया है। उनका कहना है कि कामेश्वर सहनी एक कर्मठ और समर्पित नेता थे, जो संगठन को मजबूत करने के लिए दिन-रात मेहनत करते थे। पार्टी ने पुलिस प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है और यह भी कहा है कि इस तरह की वारदातें लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा हैं।
इलाके में दहशत, ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद तिनकोनी गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि फायरिंग की आवाज सुनते ही लोग घरों से बाहर निकल आए, लेकिन अपराधी तेजी से भागने में सफल रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में अपराधियों का मनोबल बढ़ा है और पुलिस चौकसी कमजोर पड़ी है। कई ग्रामीणों ने इस घटना के बाद सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। कामेश्वर सहनी की हत्या चुनावी रंजिश, पुराने विवाद या व्यक्तिगत दुश्मनी—किसी भी वजह से हुई हो, लेकिन इस घटना ने मोतिहारी में कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस जांच की रफ्तार और संदिग्धों की गिरफ्तारी इस मामले की दिशा तय करेगी। राजनीतिक हत्या का यह मामला एक बार फिर बिहार में अपराध और राजनीति के कॉकटेल को उजागर करता है। अब देखना होगा कि पुलिस कितनी जल्दी इस हत्या की गुत्थी को सुलझाती है और अपराधियों को कानून के कटघरे में खड़ा करती है।

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