November 12, 2025

भोजपुर में पुलिस टीम पर ग्रामीणों का हमला, चलाएं ईंट-पत्थर, दरोगा और चौकीदार घायल

भोजपुर। बिहार के भोजपुर जिले में शुक्रवार की सुबह उस वक्त हालात बेकाबू हो गए जब पुलिस दल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। घटना चौरी थाना क्षेत्र के दुल्लमचक गांव की है, जहां ग्रामीणों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया, जिससे एक दारोगा और चौकीदार गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, पुलिस के करीब आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। देखते ही देखते पुलिस और ग्रामीणों के बीच अफरातफरी मच गई। इस हमले के बाद प्रशासन हरकत में आया और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
संदिग्ध युवकों को लेकर भड़की हिंसा
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार की सुबह गांव में दो संदिग्ध युवकों के देखे जाने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने शक के आधार पर गुलजारपुर के रहने वाले दो युवकों को पकड़ लिया। दोनों के पास कथित रूप से हथियार होने की बात सामने आई, जिसके बाद भीड़ ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। इसी दौरान किसी ने पुलिस को घटना की सूचना दी। चौरी थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और भीड़ के चंगुल से दोनों संदिग्धों को छुड़ाने का प्रयास करने लगी। पुलिस ने ग्रामीणों से कानून अपने हाथ में न लेने की अपील की, लेकिन इसी बीच ग्रामीणों और पुलिस के बीच कहासुनी शुरू हो गई।
पुलिस पर लगे आरोप, ग्रामीण हुए उग्र
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस संदिग्धों को मौके से भागने का मौका दे रही थी। इसी बात से नाराज होकर भीड़ भड़क गई और देखते ही देखते स्थिति हिंसक रूप ले ली। उग्र ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए, जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई। अचानक हुए हमले में एक दारोगा और चौकीदार गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में पुलिस की कई गाड़ियों के शीशे टूट गए और कुछ निजी वाहनों को भी नुकसान पहुंचा।
पुलिस ने किया बल प्रयोग, नियंत्रण में स्थिति
हमले की सूचना मिलते ही एसडीपीओ के.के. सिंह के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। इलाके में फ्लैग मार्च निकाला गया और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि झड़प के दौरान अफरातफरी का फायदा उठाकर दोनों संदिग्ध युवक फरार हो गए। बाद में पुलिस ने आसपास के इलाके में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान एक देसी पिस्तौल बरामद की गई है।
चुनावी रंजिश से जुड़ा विवाद
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह घटना मतदान के दूसरे दिन हुई। गुरुवार को भी गांव में चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में झड़प हुई थी। उसी विवाद के कारण गांव में पहले से ही तनाव बना हुआ था। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने बीते दिन की घटना में पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया था। इसी नाराजगी के चलते शुक्रवार को जब पुलिस संदिग्धों को बचाने पहुंची, तो लोग और अधिक आक्रोशित हो गए।
पुलिस का बयान
एसडीपीओ के.के. सिंह ने बताया कि “पुलिस दल संदिग्धों को भीड़ की हिंसा से बचाने के लिए मौके पर पहुंचा था, लेकिन ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। इसमें एक दारोगा और एक चौकीदार घायल हुए हैं। सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।” उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य में बाधा डालने, तोड़फोड़ और पुलिस पर हमला करने के आरोप में कई अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्रशासन ने की शांति की अपील
घटना के बाद से गांव में भारी पुलिस बल की मौजूदगी है। पुलिस अधिकारियों ने गांव में शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने दोनों पक्षों से संवाद कर स्थिति को सामान्य करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। गांव में लोगों के बीच अभी भी दहशत का माहौल है। कई ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद से पुलिस लगातार गश्त कर रही है और कोई भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। भोजपुर की यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन और जनता के बीच भरोसे की खाई किस हद तक गहरी हो चुकी है। मामूली अविश्वास और गुस्से ने पूरे गांव को हिंसा की आग में झोंक दिया। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।

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