चोरों का भी कोड वर्ड : शातिर अंधरा गिरफ्तार, पुलिस ने जाना- ठंडा और गरम का मसला
पटना। शातिर चोर भी कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। चोरी से पहले जब वो किसी जगह की रेकी करते हैं तो अपनी टीम को कोड वर्ड में बताते हैं। रेकी के दौरान अगर कोई बंद घर मिला तो उसे ठंडा बताते हैं। जब इनके नजर में चोरी करने के लिए कोई वैसा घर मिलता है, जिसके अंदर घर के लोग मौजूद होते हैं, वहां कैश और ज्वेलरी व दूसरे कीमती सामान रखे होते तो उसे अपने कोड वर्ड में गरम कहते हैं। इस कोड वर्ड का खुलासा शुक्रवार को हुआ जब बुद्धा कॉलोनी थाना की पुलिस ने शातिर चोर संजीत उर्फ अंधरा को पकड़ा। अंधरा रुपसपुर थाना से पहले भी चोरी के मामले में जेल जा चुका है। इसका लंबा आपराधिक इतिहास है।
मजिस्ट्रेट कॉलोनी में सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट के घर हुए चोरी के मामले में राजीव नगर थाना की पुलिस ने एक दिन पहले ही 5 अपराधियों को पकड़ा था। जिसमें तीन शातिर चोर, एक ज्वेलरी शॉप का मालिक और एक सोना गलाने वाला शख्स शामिल था। जब इन चोरों से पूछताछ हुई थी तो संजीत उर्फ अंधरा और मोहन का नाम सामने आया। संजीत दलदली तो मोहन दीघा का रहने वाला है।
बुद्धा कॉलोनी के थानेदार निहार भूषण के अनुसार राजीव नगर थाना से मिले इनपुट के आधार पर उनकी टीम संजीत की तलाश में थी। पड़ताल में पता चला कि वो कोलकाता गया हुआ है। संजीत ने दूसरी शादी बुद्धा कॉलोनी की रहने वाली महिला से कर रखी है। कोलकाता से शुक्रवार की सुबह ही वो आया। जैसे ही उसके दूसरी पत्नी के घर होने की जानकारी मिली, टीम ने छापेमारी कर उसे धर दबोचा। पुलिसिया पूछताछ में अंधरा ने कोड वर्ड ही नहीं, बल्कि रात के अंधेरे में चोरी करने के ट्रेंड को भी बताया। कार से घूमना और रेकी करने के बाद रात के अंधेरे में ही अपने टारगेट को पूरा कर लेना, इनकी आदत में शुमार है। इस शातिर के पास से पुलिस ने एक आई-10 कार, 2 बाइक, 6 मोबाइल और 24 हजार 500 रुपए के साथ-साथ 5 पीस शराब से 90एमएल की शीशी भी बरामद की है।


