November 15, 2025

छपरा के मढ़ौरा में रुपये मांगने पर सब्जी विक्रेता को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, पुलिस ने आरोपित को दबोचा

मढ़ौरा (छपरा) । जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के लेरुआं तख्त गांव में सब्जी विक्रेता हीरा सिंह के रुपये मांगने पर पीट-पीटकर मार डाला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है।

बता दें कि लेरुआं तख्त का हीरा (70) ने अपने खेत में करैले की सब्जी लगाए हुए था। बुधवार की शाम करैला तोड़कर बाजार जाने के लिए दरवाजे पर रखे थे। इसी दौरान अवारी के परवेज आलम (65) वहां पहुंचा। दो किलो करैला लेकर फरार हो गया।

हीरा सिंह ने साइकिल से उसका पीछा किया। वे परवेज के दरवाजे पर जाकर करैला का रुपये मांगने लगा। उसने रुपये देने से इन्कार कर दिया। इसका विरोध करने पर वह लाठी-डंडे से मारने लगा।

पिटाई से हीरा सिंह बेहोश हो गया। लोग उन्हें रेफरल अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरा ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर मढ़ौरा एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा व थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार के नेतृत्व में पुलिस पहुंची। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की।

पुलिस ने परवेज आलम को गांव के खेत के पास घास पर छुपकर सोये अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया। मृतक के घर में हड़कंप मचा गया है।

लेरुआं तख्त के हीरा सिंह की पोती नंदलाल सिंह की बेटी खुशी कुमारी के लिखित आवेदन पर पुलिस ने एफआईआर की है। उसमें कहा है कि बुधवार को शाम करीब पांच बजे मेरे दादाजी सब्जी बेचने के लिए रखे थे। इसी बीच पास के गांव अवांरी के परवेज आलम वहां पहुंचे और मेरे दादा को धकेल कर सब्जी लेकर भाग गया।

इसके बाद मेरे दादा साइकिल से पीछा करते हुए उसके घर गए और सब्जी मांगने लगे तो वह देने से मना कर दिया। वहीं, मेरे दादा की पिटाई करने लगा।

इस वजह से उनकी स्थिति अचानक खराब हो गई। बाद में उनको घर लाकर थोड़ी देर बाद मढ़ौरा अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया।

घटना के बाद से हीरा सिंह के घर में माहौल गमगीन है। ग्रामीणों के अनुसार हीरा सिंह के तीन बेटे थे। उनमें से दो की मौत रोग या अन्य कारणों से हो गई।

एक बेटा नंदलाल सिंह प्रदेश से बाहर मजदूरी करता है। उनकी पांच बेटियां घर पर हीं रहती हैं। तीनों बेटों के परिवारों का पालन-पोषण हीरा सिंह ही खेती व सब्जी बेचकर करते थे।

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