PM मोदी ने की बड़ी घोषणा, अब हर वर्ष गुरु के चार साहिबजादों के लिए 26 दिसंबर को मनाया जाएगा वीर बाल दिवस

पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक फैसले से पटना के लोगों में खास खुशी है। प्रधानमंत्रह ने सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह के 355वें प्रकाश पर्व पर दशमेश गुरु के चार साहिबजादों को श्रद्धांजलि देने के लिए हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। इस घोषणा का पटना साहिब के सिखों ने भी जमकर स्वागत किया है। आपको बता दें कि दशमेश गुरु का जन्‍म पटना में ही हुआ था और उनके बचपन का काफी वक्‍त यहीं पर गुजरा था। पटना साहिब में तख्‍त श्रीहरिमंदिर साहिब जहां है, ठीक उसी जगह पर दशमेश गुरु का जन्‍म हुआ था। प्रधानमंत्री की घोषणा का बिहार के पूर्व उप मुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी स्‍वागत किया है।

दशमेश गुरु ने अन्‍याय के सामने नहीं झुकाया सिर

तख्त श्री हरिमंदिर जी प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह हित ने कहा कि सिख इतिहास में दशमेश गुरु, माता गुजरी तथा चार साहिबजादों की बहादुरी और आदर्शों को समाज नहीं भूल सकता है। दशमेश गुरु ने कभी अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाया। वीर बाल दिवस को साहिबजादा दिवस का नाम देने की मांग किया।

धर्म बदलने की बजाय मौत को लगाया गले

चितकोहरा गुरुद्वारा के प्रधान सरदार जगजीवन सिंह ने कहा कि अत्याचारी के विरुद्ध तनकर खड़े रहने और धर्म की रक्षा करने के लिए प्राणों की आहूति देने की घटना सिख इतिहास में मिसाल है। साहिबजादों ने किसी और धर्म को चुनने के बजाए दीवार में जिंदा चुनवाना उचित समझा। इन साहिबजादों को दिवस के मौके पर याद करना गर्व की बात होगी।

राष्‍ट्र सेवा की मिलेगी सीख

सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति बिहार के अध्यक्ष सरदार सूरज सिंह नलवा ने कहा कि साहिबजादों का साहस अद्वितीय था और दुनिया के हर व्यक्ति को उन साहिबजादों के बलिदान के बारे में जानना जरूरी है। प्रधानमंत्री के वीर बाल दिवस मनाने के निर्णय से चार साहिबजादों की राष्ट्रभक्ति से बच्चे प्रेरणा लेकर राष्ट्र सेवा में अपना योगदान देंगे, साथ ही आनेवाली पीढिय़ों तक उनके बलिदान को याद करेगी। दशमेश गुरु का जीवन संदेश संगतों को शक्ति देता है।

सुशील मोदी ने भी सराहा

बिहार के वरिष्‍ठ भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार के पटना साहिब में जन्मे महान सिख गुरु श्रीगुरु गोविंद सिंह के प्रकाशोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके दो बच्चों की शहादत के दिन 26 दिसंबर को हर वर्ष ‘वीर बालक दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा कर गुरु-पुत्रों के अनन्य बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि गुरु के दोनों बालक फतेह सिंह और जोरावर सिंह मुगल सैनिकों से युद्ध के बाद दीवार में जिंदा चुनवा दिए गए थे। गुरु गोविंद सिंह के दोनों वीर बालकों ने बलपूर्वक मतांतरण की प्रवृत्ति के विरुद्ध जो साहस दिखाया, वह इतिहास की रेयरेस्ट आफ रेयर घटना थी। प्रधानमंत्री की घोषणा से सिखों के बलिदान पर गर्व करने वाले लाखों देशवासियों की भावना का सम्मान हुआ। गुरु की धरती से प्रधानमंत्री मोदी को लख-लख बधाई।

About Post Author

You may have missed