17 सितंबर से फिर शुरू होगी वैष्णो देवी की यात्रा, आधिकारिक वेबसाइट से होगा रजिस्ट्रेशन, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

जम्मू। देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। 17 दिनों से स्थगित श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा अब 14 सितंबर से एक बार फिर शुरू हो रही है। यह निर्णय नवरात्रि से पहले लिया गया है ताकि भक्तगण माता के दर्शन का लाभ उठा सकें। खराब मौसम और ट्रैक पर मरम्मत कार्य के चलते यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई थी, लेकिन अब रास्ते को सुरक्षित बना दिया गया है।
स्थगन का कारण और पृष्ठभूमि
26 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा क्षेत्र में त्रिकुटा पहाड़ियों पर अधकुवारी के पास बादल फटने और भूस्खलन की घटना हुई थी। इस दुर्घटना में 34 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हादसे की गंभीरता को देखते हुए श्राइन बोर्ड ने यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया था। इसके बाद मार्ग की सुरक्षा जांच और मरम्मत कार्य तेजी से शुरू किए गए। लगभग 16 दिनों तक यात्रा बंद रहने के बाद अब इसे पुनः प्रारंभ करने की घोषणा की गई है।
सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम
श्राइन बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि इस बार यात्रा के दौरान सुरक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा। ट्रैक पर आवश्यक मरम्मत कार्य पूरे कर लिए गए हैं और कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। साथ ही, निगरानी के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है और हेल्पलाइन सेवाएं भी सक्रिय की गई हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
आरएफआईडी कार्ड और पहचान पत्र की अनिवार्यता
इस बार तीर्थयात्रियों के लिए आरएफआईडी-आधारित ट्रैकिंग कार्ड पहनना अनिवार्य होगा। इससे हर यात्री की लोकेशन और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। साथ ही, सभी श्रद्धालुओं को वैध पहचान पत्र साथ रखने की सलाह दी गई है। यह व्यवस्था न केवल सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है बल्कि भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन हालात से निपटने में भी सहायक होगी।
ऑनलाइन पंजीकरण और सुविधा
श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण की सुविधा श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट “[www.maavaishnodevi.org](http://www.maavaishnodevi.org)” पर उपलब्ध कराई गई है। यहां से भक्त यात्रा से जुड़े लाइव अपडेट, बुकिंग सेवाएं और हेल्पलाइन सहायता प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रणाली से भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रा को सुगम बनाने में आसानी होगी। इसके अलावा, यात्रा के दौरान किसी भी तरह की असुविधा होने पर तत्काल सहायता की व्यवस्था भी की गई है।
नवरात्र से पहले यात्रा का महत्व
नवरात्र का पर्व देशभर में विशेष आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। ऐसे में माता वैष्णो देवी के दर्शन का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस बार नवरात्र से ठीक पहले यात्रा शुरू होने की घोषणा श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत और खुशी की खबर है। उम्मीद की जा रही है कि कटरा से गुफा तक का मार्ग फिर से ‘जय माता दी’ के नारों से गूंज उठेगा और लाखों भक्त इस धार्मिक अनुभव का हिस्सा बनेंगे।
श्राइन बोर्ड का संदेश और श्रद्धालुओं की उम्मीदें
श्राइन बोर्ड ने इस कठिन समय में श्रद्धालुओं के धैर्य और समझ के लिए आभार जताया है। उन्होंने कहा है कि अस्थायी निलंबन के दौरान मरम्मत कार्य और सुरक्षा उपायों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई, ताकि आगे की यात्रा में किसी भी प्रकार की समस्या न हो। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने भी यात्रा मार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार निगरानी रखी। वैष्णो देवी यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह लाखों श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का प्रतीक है। हालिया दुर्घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया था, लेकिन अब जब यात्रा पुनः शुरू हो रही है तो श्रद्धालुओं में नया उत्साह देखा जा रहा है। सख्त सुरक्षा व्यवस्था, तकनीकी निगरानी और ऑनलाइन पंजीकरण जैसी आधुनिक व्यवस्थाओं से यह यात्रा और भी सुरक्षित और सुविधाजनक बनने जा रही है। नवरात्र के अवसर पर माता के दर्शन से भक्तों का मनोबल और विश्वास और अधिक प्रगाढ़ होगा।
