December 7, 2025

यूनियन बैंक ऑफिसर्स ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा शांतिपूर्ण विरोध का दूसरा दिन – संकल्प और भी दृढ़, समाधान अब भी शून्य

पटना।भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध यूनियन बैंक ऑफिसर्स ऑर्गेनाइजेशन (UBOO) द्वारा 04 जून 2025 से यूनियन बैंक के अंचल कार्यालय, पटना के समक्ष चल रहा शांतिपूर्ण धरना आज अपने दूसरे दिन में प्रवेश कर गया। आज के प्रदर्शन में अधिकारियों की भागीदारी और उत्साह और भी अधिक देखने को मिला—यह दर्शाता है कि अधिकारियों का धैर्य अब जवाब दे चुका है और यह आंदोलन अब न्याय की निर्णायक लड़ाई बन चुका है।

 

यह विरोध प्रदर्शन, पटना अंचल कार्यालय द्वारा लागू की गई मनमानी और पक्षपातपूर्ण ट्रांसफर नीति के खिलाफ है, जिसने झारखंड और बिहार के सैकड़ों बैंक अधिकारियों को प्रताड़ित किया है।पहली बार महिला अधिकारियों को जबरन स्थानांतरित किया गया है।गंभीर चिकित्सकीय स्थिति से जूझ रहे कर्मचारियों की वैध रिपोर्टों को नजरअंदाज़ किया गया।8 वर्षों से सेवा दे रहे अधिकारियों को वर्ष भर में ही दो-दो बार स्थानांतरित किया जाएगा , जिससे उन्हें मानसिक, शारीरिक और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।

UBOO द्वारा लगातार पत्राचार, बैठकों और सुलह प्रयासों के बावजूद कोई सार्थक समाधान नहीं निकला। वार्ता का दूसरा दिन भी विफल रहा, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि अंचल प्रमुख का रुख अब भी अहंकार और तानाशाही से भरा हुआ है।

 

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, भारतीय मजदूर संघ ने अब इस आंदोलन को अन्य इकाइयों तक विस्तारित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, भारतीय मजदूर संघ की केंद्रीय कार्यकारिणी ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र सरकार को यूनियन बैंक मुख्यालय के समक्ष धरने की अनुमति हेतु पत्र भेजा है। यह आंदोलन अब राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने की ओर अग्रसर है।आज के धरने का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा राष्ट्रगान गाकर किया गया—यह न केवल एक शांतिपूर्ण विरोध का प्रतीक था, बल्कि देशभक्ति और संविधान में आस्था का भी जीवंत उदाहरण था।

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