November 18, 2025

लखीसराय में बेकाबू ट्रैक्टर ने व्यक्ति को कुचला, घटनास्थल पर मौत, चालक गिरफ्तार

लखीसराय। जिले में सोमवार देर रात एक दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। अमहारा गांव में एक बेकाबू ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान जटहा मांझी के रूप में हुई है। वह किसी काम से घर से बाहर निकले थे, लेकिन किसे पता था कि यह उनका आखिरी सफर साबित होगा। ट्रैक्टर बालू से लदा हुआ था और पर्याप्त नियंत्रण न होने के कारण यह हादसा हो गया।
हादसे की स्थिति
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात के समय गांव से अवैध बालू लदा एक ट्रैक्टर गुजर रहा था। अचानक वह अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे चल रहे जटहा मांझी को कुचल दिया। हादसा इतना भयानक था कि उनकी मौत मौके पर ही हो गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत शोर मचाकर अन्य ग्रामीणों को बुलाया और मामले की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई। इसी दौरान ट्रैक्टर चालक भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने उसे पकड़ लिया और गिरफ्तार कर लिया। ट्रैक्टर को भी जब्त कर पुलिस थाने ले जाया गया। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
ग्रामीणों का आक्रोश
हादसे की खबर मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने सड़क जाम करने की कोशिश की और अवैध बालू ढुलाई पर रोक लगाने की मांग उठाई। उनका कहना था कि गांवों के बीच से भारी वाहनों का रोजाना गुजरना आम लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बन गया है। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके चलते इस तरह के हादसे बार-बार होते रहते हैं।
अवैध बालू ढुलाई का मुद्दा
ग्रामीणों ने खुलकर आरोप लगाया कि इलाके में अवैध तरीके से बालू की ढुलाई लगातार की जाती है। ओवरलोड ट्रैक्टर और ट्रक गांव की सड़कों से तेज रफ्तार में निकलते हैं, जिससे ग्रामीणों की जान खतरे में पड़ जाती है। वे कहते हैं कि बालू माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि प्रशासन की मौजूदगी में भी वे बेखौफ काम कर रहे हैं। यह हादसा भी उसी लापरवाही और गैरकानूनी गतिविधि का नतीजा है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
जटहा मांझी की मौत ने उनके परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। घर के कमाऊ सदस्य के चले जाने से परिवार गहरे संकट में आ गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में मातम पसरा हुआ है। हर कोई यही कह रहा है कि अगर प्रशासन ने समय रहते अवैध बालू ढुलाई पर रोक लगाई होती तो यह हादसा टल सकता था।
प्रशासन के लिए चुनौती
यह घटना प्रशासन और पुलिस दोनों के लिए बड़ी चुनौती है। एक ओर ग्रामीणों का गुस्सा शांत कराना था, दूसरी ओर अवैध ढुलाई पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाना जरूरी हो गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा सड़क सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े करता है। ग्रामीण इलाकों में जहां सड़कें संकरी होती हैं, वहां से भारी और ओवरलोड वाहन गुजरने से हादसों की आशंका अधिक रहती है। इसके बावजूद अवैध कारोबार के चलते इन वाहनों का परिचालन बिना रोक-टोक जारी रहता है। इस स्थिति ने आम लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
लोगों की मांग
ग्रामीणों ने साफ कहा कि अब और लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने यह मांग की है कि गांव के बीच से ट्रैक्टर और ट्रक जैसे भारी वाहनों का परिचालन तुरंत बंद किया जाए। साथ ही, अवैध बालू ढुलाई में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। लखीसराय की यह घटना केवल एक हादसा नहीं है, बल्कि सिस्टम की लापरवाही का परिणाम है। एक निर्दोष की जान चली गई और परिवार असहाय हो गया। प्रशासन ने भले ही आरोपी चालक को गिरफ्तार कर ट्रैक्टर जब्त कर लिया हो, लेकिन जब तक अवैध बालू कारोबार और भारी वाहनों के बेधड़क परिचालन पर सख्त रोक नहीं लगेगी, तब तक इस तरह की घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं। यह हादसा पूरे समाज और शासन के लिए सबक है कि लापरवाही और गैरकानूनी गतिविधियों पर समय रहते अंकुश लगाया जाए, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसे दर्द का सामना न करना पड़े।

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