भागलपुर में आपसी विवाद में दो युवकों ने एक दूसरे को मारी गोली, दोनों की दर्दनाक मौत

भागलपुर। भागलपुर जिले के नवगछिया पुलिस क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक दुखद घटना घटी, जहां दो युवकों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं। इस गोलीबारी में दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। घटना भागलपुर के रंगरा थाना क्षेत्र के भवानीपुर इलाके के काली स्थान के पास हुई। मृतकों की पहचान भवानीपुर निवासी करण पोद्दार और सोनू उर्फ शुभम मिश्रा के रूप में की गई। करण पोद्दार स्थानीय व्यवसायी सुनील पोद्दार का बेटा था, जबकि शुभम मिश्रा स्वर्गीय बालकृष्ण मिश्रा का पुत्र था।
विवाद की वजह और गोलीबारी
स्थानीय लोगों के अनुसार, करण पोद्दार नशे के धंधे में लिप्त था और अक्सर नशे की हालत में देखा जाता था, जबकि शुभम मिश्रा एक निजी स्कूल में शिक्षक था। घटना की रात दोनों भवानीपुर के काली मंदिर के पास मौजूद थे। वहां करण पोद्दार और शुभम झा गांजा पी रहे थे। उसी समय गांव के ही प्रीतम यादव, मुंशी यादव और सोनू झा कार से वहां पहुंचे और सभी ने एक साथ गांजा पी। इसके बाद सभी अपने-अपने घर लौटने लगे, लेकिन तभी किसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया। इसी दौरान शुभम मिश्रा ने अचानक अपनी कमर से पिस्तौल निकाली और करण पोद्दार पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। करण को तीन गोलियां लगीं। घायल होने के बावजूद करण ने भी अपनी पिस्तौल से शुभम पर गोली चला दी, जिससे शुभम भी गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच, करण के दोस्त सोनू झा ने भी भागते हुए शुभम झा पर गोली चला दी, जिससे वह भी घायल हो गया। गोली लगने से दोनों युवक मौके पर ही गिर पड़े।
मौके पर फैली दहशत
गोलीबारी की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक करण और शुभम की मौत हो चुकी थी। घटनास्थल पर पहुंचने वाले सौरभ नामक युवक ने बताया कि दोनों के शव एक-दूसरे से करीब 50 मीटर की दूरी पर पड़े थे।
परिजनों का दुख और आक्रोश
घटना की जानकारी मिलते ही शुभम की मां प्रेमलता देवी मायागंज अस्पताल पहुंचीं। बेटे के शव से लिपटकर उन्होंने रोते हुए कहा कि शुभम को उन्होंने घर से बाहर जाने से मना किया था, लेकिन वह नहीं माना। अगर वह 10 मिनट रुक जाता, तो आज जिंदा होता। उनकी बेटी शरीक कुमारी ने भी बताया कि शुभम घर से खाना खाने के बाद निकला था और मां ने उसे रोकने की कोशिश की थी। शुभम की मौत से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। उसके पिता का निधन छह महीने पहले ही बीमारी के कारण हो गया था। तीन बहनों में शुभम इकलौता भाई था, जो अब इस दुनिया में नहीं रहा।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि नशे के लेन-देन या किसी पुरानी रंजिश के कारण यह विवाद हुआ था। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की तहकीकात जारी है। इस घटना ने इलाके में भय का माहौल बना दिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही घटना के पीछे की सच्चाई का पता लगाया जाएगा और दोषियों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
