दरभंगा में बोगस वोटिंग करते दो युवक गिरफ्तार, वैशाली में मतदान का फोटो लेते युवक को पुलिस ने पकड़ा
दरभंगा/वैशाली। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार को राज्य के 18 जिलों में शांतिपूर्ण माहौल में शुरू हुआ। सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें मतदान केंद्रों के बाहर देखने को मिलीं। हालांकि अधिकांश जगहों पर मतदान शांति और उत्साह के साथ हुआ, लेकिन दरभंगा और वैशाली जिलों से दो अलग-अलग घटनाओं में कानून उल्लंघन की खबरें सामने आईं। पुलिस ने दोनों जिलों में कार्रवाई करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।
दरभंगा में बोगस वोटिंग की कोशिश, दो युवक गिरफ्तार
पहली घटना दरभंगा जिले के गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र के लगमा गांव की है, जहां बूथ संख्या 172 पर दो युवकों को फर्जी मतदान करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। जानकारी के अनुसार, दोनों युवक मतदान केंद्र पर किसी अन्य के नाम से वोट डालने पहुंचे थे। उनकी गतिविधियों पर मतदान कर्मियों को संदेह हुआ, जिसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। घनश्यामपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार युवकों की पहचान केशव कुमार और सौरभ कुमार के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोनों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह किसी संगठित साजिश का हिस्सा था या व्यक्तिगत स्तर पर किया गया प्रयास। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मतदान केंद्र के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की पुनरावृत्ति न हो सके। निर्वाचन अधिकारियों ने कहा है कि मतदान केंद्र पर अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा, “हमने सभी मतदान कर्मियों और पुलिस बल को निर्देश दिया है कि वे प्रत्येक मतदाता की पहचान की सावधानीपूर्वक जांच करें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को तुरंत हिरासत में लिया जाए ताकि मतदान की निष्पक्षता बनी रहे।”
वैशाली में मतदान कक्ष के अंदर फोटो खींचने पर युवक गिरफ्तार
दूसरी घटना वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र की है, जहां एक युवक को मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन से ईवीएम मशीन की फोटो खींचते हुए पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि युवक मतदान के दौरान मोबाइल लेकर मतदान कक्ष में घुसा और वोट डालते समय फोटो खींचने लगा। मतदान कर्मियों ने उसे तुरंत रोका और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि युवक ने मतदान केंद्र के नियमों का उल्लंघन किया है। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार, मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करना पूरी तरह प्रतिबंधित है। महुआ थाना पुलिस ने युवक से पूछताछ शुरू कर दी है। यह भी जांच की जा रही है कि क्या उसने फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की या इसे किसी अन्य उद्देश्य से लिया गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह जांच की जा रही है कि कहीं यह कार्रवाई किसी राजनीतिक मकसद से तो नहीं की गई।
अन्य संदिग्धों पर भी कार्रवाई
वैशाली जिले में ही अन्य सात लोगों को भी विभिन्न मतदान केंद्रों से हिरासत में लिया गया है, जो बिना अनुमति के मतदान परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि ये लोग मतदान केंद्र की सुरक्षा में बाधा डाल रहे थे और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे थे। सभी को थाने ले जाकर पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने बताया कि इन लोगों पर मतदान प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने और नियमों का उल्लंघन करने के आरोप लगाए गए हैं। सभी मामलों में विधिक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन सतर्क, सुरक्षा और कड़ी
दरभंगा और वैशाली में हुई इन घटनाओं के बाद चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। दोनों जिलों में मतदान केंद्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती के साथ-साथ कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिया है कि हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की पहचान की दोहरी जांच की जाए। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को मतदान केंद्र के पास जाने की अनुमति न दी जाए। इसके अलावा, सीसीटीवी और वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदान प्रक्रिया की निगरानी भी की जा रही है।
आयोग का सख्त रुख
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “चुनाव की प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। चाहे वह कोई भी व्यक्ति हो, नियम तोड़ने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी बताया कि सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि मतदान केंद्रों पर तैनात कर्मी किसी भी असामान्य गतिविधि की तुरंत सूचना दें और संबंधित व्यक्ति को हिरासत में लिया जाए।
निष्पक्ष मतदान की दिशा में कदम
इन घटनाओं के बावजूद दरभंगा और वैशाली में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से जारी रही। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रण में रखा। अधिकतर मतदान केंद्रों पर मतदाता बिना किसी रुकावट के अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे थे। चुनाव आयोग का कहना है कि इस बार मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए विशेष निगरानी उपाय किए गए हैं। मतदान केंद्रों पर ईवीएम की सुरक्षा, मतदाताओं की पहचान और मतदान प्रक्रिया की हर स्तर पर निगरानी सुनिश्चित की जा रही है। दरभंगा और वैशाली की ये घटनाएं इस बात की याद दिलाती हैं कि लोकतंत्र के इस महापर्व को सफल बनाने के लिए प्रशासन और नागरिकों दोनों को जिम्मेदारी से काम करना होगा। जहां जनता बड़े उत्साह के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग कर रही है, वहीं प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह किसी भी अनुचित गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करे। मतदान की पवित्रता और पारदर्शिता ही लोकतंत्र की असली ताकत है — और बिहार में यह संदेश आज के दिन पूरे राज्य में गूंजता हुआ नजर आया।


