मुजफ्फरपुर में 44.50 हजार के जाली नोट के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, पाकिस्तान में हुई छपाई, नेपाल भेजी जा रही थी खेप

मुजफ्फरपुर। राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) की मुजफ्फरपुर इकाई ने शुक्रवार को 44.50 हजार के भारतीय जाली नोट के साथ मोतिहारी के हरसिद्धि चौक से बाइक सवार दो तस्करों को दबोचा। दोनों तस्कर बाइक की सीट के नीचे जाली नोटों को छिपाकर नेपाल के वीरगंज से भारतीय क्षेत्र रक्सौल में घुसे थे। जाली नोट लेकर बाइक से ही सीवान जाने वाले थे। दोनों सीवान के रहने वाले हैं। डीआरआई ने पूछताछ करने के बाद तस्करों को मुजफ्फरपुर कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

डीआरआई के एक अधिकारी ने बताया कि तस्करों के पास से 500 रुपये के 85 हाई क्वालिटी जाली नोट मिले हैं। पूछताछ में कई जानकारी तस्करों से मिली है। इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। नोटों की छपाई भारत में नहीं की गई है। इसकी फिनिशिंग अव्व्ल दर्जे की है। इससे आशंका है कि नोटों को पाकिस्तान में छापा गया होगा। अधिकारी ने बताया कि सूचना मिली थी कि तस्करों ने भारतीय जाली नोट लेकर नेपाल बॉर्डर पार किया है। इस आधार पर कार्रवाई की गई। इनके पास से जब्त बाइक के मालिक के सत्यापन के लिए डीआरआई ने जिला परिवहन कार्यालय से संपर्क साधा है।
नोट की क्वालिटी बिल्कुल असली जैसी
जांच के दौरान टीम ने जब बाइक की सीट खोली तो दंग रह गए। सीट के नीचे 500 रुपये के जाली नोट के बंडल मिले। इसके बाद दोनों तस्करों को डीआरआई के मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर स्थित कार्यालय में लाया गया। डीआरआई के एक अधिकारी ने बताया कि उक्त नोटों की बारीकी से जांच की गई। नोट की क्वालिटी बिल्कुल असली नोट जैसी है। एक्सपर्ट से जांच कराने पर पता लगा कि ये नोट पाकिस्तान में छापे गए हैं। वहां से नेपाल के रास्ते भारत में लाए गए। नोट की चिकनाहट और कागज भी असल जैसी है। सिल्वर थ्रेड, नंबर और अशोक स्तंभ के रंग से पकड़ा गया है, जो असल नोट से थोड़ा भिन्न है।
17 जनवरी को मुजफ्फरपुर पुलिस ने मोतीपुर से 500, 200 और 100 रुपये के कुल 11.50 लाख जाली नोट पकड़े थे। चार तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया था। सभी छपरा के रहने वाले थे। इनका नेटवर्क भी सीवान और गोपालगंज से लेकर पूरे उत्तर बिहार में फैला था। डीआरआई की टीम ने मुजफ्फरपुर पुलिस से भी संपर्क साधा है। मोतीपुर पुलिस से भी जानकारी और कार्रवाई के संबंध में ब्योरा जुटाया है। आशंका जताई जा रही है कि हरसिद्धि चौक से गिरफ्तार दोनों तस्कर भी उसी सिंडिकेट से जुड़े हो सकते हैं। इसके अलावा मधुबनी से भी 13 लाख रुपये के जाली नोट बरामद हुए थे।