November 17, 2025

पटना में अवैध हथियार सप्लाई करने वाले दो तस्कर गिरफ्तार, कारतूस बरामद, पुलिस ने छापेमारी कर दबोचा

पटना। दानापुर क्षेत्र में अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वाले गिरोह के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शाहपुर थाना की टीम ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर एक देसी कट्टा और 28 जीवित कारतूस बरामद किए हैं। यह कार्रवाई रविवार देर शाम को की गई और माना जा रहा है कि ये तस्कर किसी बड़ी वारदात की तैयारी में थे। घटना ने शहर में अवैध हथियारों के फैलते नेटवर्क पर फिर से ध्यान खींच दिया है।
शाहपुर पुलिस को मिली गुप्त सूचना
सिटी एसपी पश्चिम भानु प्रताप सिंह ने बताया कि शाहपुर थाना को गुप्त सूचना मिली थी कि हवसपुर गंगा दियारा क्षेत्र में अवैध हथियारों का कारोबार चल रहा है। इस जानकारी में यह भी बताया गया कि अनिल कुमार नाम का व्यक्ति इस धंधे में सक्रिय रूप से शामिल है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए दानापुर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
अनिल कुमार के घर पर छापेमारी
पुलिस टीम सबसे पहले अनिल कुमार के हवसपुर गंगा दियारा स्थित घर पहुंची। वहां छापेमारी के दौरान पुलिस को 12 जिंदा कारतूस मिले। बरामदगी के बाद अनिल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। अनिल ने स्वीकार किया कि वह अकेला नहीं है बल्कि इलाके में सक्रिय एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है। पूछताछ में अनिल ने गंगहारा निवासी गुड्डू कुमार उर्फ भूरा का नाम खुलासा किया, जो हथियारों का प्रमुख सप्लायर माना जाता है। अनिल ने बताया कि गुड्डू ही उसे हथियार और कारतूस उपलब्ध करवाता था और हाल ही में उसे एक बड़ी डील के लिए कारतूस उपलब्ध कराए गए थे।
दूसरी छापेमारी और गुड्डू उर्फ भूरा की गिरफ्तारी
अनिल की निशानदेही पर पुलिस टीम तुरंत गंगहारा गांव पहुंची और गुड्डू उर्फ भूरा के घर पर छापा मारा। वहां से पुलिस ने एक देसी कट्टा और 16 कारतूस बरामद किए। पुलिस ने गुड्डू को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकार कुल दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया और पूरी कार्रवाई में 28 कारतूस और एक देसी कट्टा जब्त किया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह बरामदगी इस बात का संकेत है कि दोनों आरोपी किसी गंभीर आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
अवैध हथियारों का बढ़ता नेटवर्क
गंगा दियारा क्षेत्र अवैध गतिविधियों के लिए लंबे समय से कुख्यात रहा है। कठिन भूगोल, दूर-दराज के इलाकों में पुलिस की सीमित पहुंच और अपराधियों के सुरक्षित पनाहगाह बनने के कारण यह क्षेत्र कई बार हथियार तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों का केंद्र बन जाता है। पुलिस का मानना है कि दोनों गिरफ्तार तस्कर बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं, जो पटना और आसपास के जिलों में अवैध कट्टा और कारतूस की सप्लाई करता है। बिहार में हाल के वर्षों में छोटे हथियारों की उपलब्धता बढ़ी है, जिससे अपराधियों के लिए किसी भी वारदात को अंजाम देना आसान हो गया है।
पुलिस की आगे की जांच और संभावित खुलासे
शाहपुर पुलिस अब गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि वे इस अवैध कारोबार के अन्य तारों तक पहुँचने की कोशिश में हैं। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि हथियारों की आपूर्ति कहां से होती थी, कौन लोग शामिल हैं और यह नेटवर्क कितने जिलों तक फैला हुआ है। पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि क्या दोनों आरोपी किसी बड़े अपराधी गिरोह से जुड़े हुए थे और हाल ही में प्राप्त कारतूस किस वारदात के लिए इस्तेमाल होने वाले थे।
स्थानीय लोगों में राहत और पुलिस की सराहना
गिरफ्तारी की खबर के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। लगातार बढ़ रहे अपराधों के बीच लोगों को डर था कि अवैध हथियारों की आसान उपलब्धता से क्षेत्र में असुरक्षा की भावना गहरी होती जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर लोगों ने संतोष व्यक्त किया है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही पूरा नेटवर्क उजागर किया जाएगा। दानापुर और शाहपुर क्षेत्र में अवैध हथियार सप्लाई के खिलाफ की गई यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता और तत्परता का संकेत है। दो तस्करों की गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी से यह स्पष्ट है कि अपराधी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। अब आगे की जांच से यह खुलासा होगा कि इस अवैध नेटवर्क में कितने और लोग शामिल हैं। पुलिस की कार्रवाई से क्षेत्र में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है, लेकिन इस तरह की घटनाएँ यह भी याद दिलाती हैं कि अवैध हथियारों के कारोबार पर निरंतर निगरानी और कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।

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