November 12, 2025

मुजफ्फरपुर में गरीबनाथ मंदिर में आपस में भिड़े दो पुजारी, जमकर हुई मारपीट, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा गरीबनाथ मंदिर इन दिनों एक अप्रिय घटना के कारण सुर्खियों में है। मंदिर परिसर में दो पुजारियों के बीच जमकर मारपीट का मामला सामने आया है। हाथापाई, गाली-गलौज और चप्पलों से पिटाई तक का यह पूरा घटनाक्रम मंदिर के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस विवाद ने न केवल मंदिर प्रशासन को मुश्किल में डाल दिया है बल्कि श्रद्धालुओं में भी आक्रोश और निराशा का माहौल है।
विवाद की शुरुआत और झड़प की घटना
घटना मुजफ्फरपुर के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ मंदिर की है। जानकारी के अनुसार, मंदिर के पुजारी पंडित संतोष पाठक और पंडित अभिषेक पाठक के बीच किसी पूजा को लेकर विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच हाथापाई होने लगी। देखते ही देखते मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई। मंदिर के अन्य पुजारियों और सेवायतों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन तब तक मामला काफी बिगड़ चुका था। बताया जा रहा है कि करीब आधे घंटे तक मंदिर में हंगामा चलता रहा। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया। मंदिर में मौजूद कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया और बाद में यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला और गंभीर हो गया।
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई एफआईआर
मामले को लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुजारी पंडित संतोष पाठक ने पंडित अभिषेक पाठक के खिलाफ एफआईआर के लिए आवेदन दिया है। वहीं, अभिषेक पाठक की ओर से पंडित पिंकू पाठक ने संतोष पाठक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। संतोष पाठक का कहना है कि वह मंदिर के काउंटर से एक श्रद्धालु की पूजा की रसीद ले रहे थे, तभी अभिषेक पाठक वहां पहुंचे और गाली-गलौज शुरू कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अभिषेक ने उनके साथ-साथ मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक के साथ भी मारपीट की। संतोष पाठक ने बताया कि इस घटना में उन्हें चोटें आई हैं और उन्होंने सदर अस्पताल में इलाज कराया है।
पुराने विवाद से जुड़ा मामला
संतोष पाठक का कहना है कि अभिषेक पहले भी इस तरह की हरकतें कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी एक विवाद हुआ था, जिसमें उन्होंने अभिषेक के खिलाफ केस दर्ज कराया था, लेकिन पारिवारिक दबाव में मामला वापस ले लिया गया था। दूसरी ओर, अभिषेक पाठक ने अपनी सफाई में कहा कि यह विवाद मंदिर के एक अन्य पुजारी संजीव झा को हटाए जाने के कारण हुआ। उन्होंने कहा, “तीन दिन पहले संतोष पाठक ने पंडित संजीव झा को मंदिर से निकाल दिया था। जब हम इस मामले की शिकायत प्रधान पुजारी विनय पाठक से करने गए तो वहां बहस हो गई। इसी दौरान संतोष पाठक ने पीछे से मुझ पर हमला कर दिया और मारपीट की।”
प्रधान पुजारी ने दी सफाई
मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने पूरे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संजीव झा को मंदिर के पैसों की चोरी के आरोप में पकड़ा गया था, इसलिए उसे मंदिर से निकाला गया था। उन्होंने बताया कि इसी बात पर अभिषेक पाठक नाराज हो गए और उनके कार्यालय में आकर बहस करने लगे। विनय पाठक ने बताया, “अभिषेक ने न केवल मुझसे बदसलूकी की बल्कि मारपीट पर उतर आए। अन्य पुजारियों ने किसी तरह स्थिति को संभाला और हमें बचाया। घटना के बाद मंदिर परिसर में तनाव का माहौल था, लेकिन अब स्थिति सामान्य है।”
वायरल वीडियो से बढ़ी परेशानी
मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह पूरा घटनाक्रम कैद हो गया था। जांच में यह भी सामने आया कि मंदिर के कंप्यूटर से फुटेज निकालकर किसी कर्मी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया और लोगों में इसे लेकर चर्चा शुरू हो गई। मंदिर प्रशासन ने कहा है कि वायरल वीडियो की जांच कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि धार्मिक स्थल में इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
श्रद्धालुओं में आक्रोश
घटना के बाद श्रद्धालुओं में निराशा और गुस्से का माहौल है। गरीबनाथ मंदिर उत्तर बिहार का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। ऐसे पवित्र स्थल पर पुजारियों के बीच इस तरह की मारपीट को श्रद्धालुओं ने बेहद शर्मनाक बताया है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मंदिर प्रबंधन को अनुशासन कायम रखने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। एक श्रद्धालु ने कहा, “मंदिर भगवान का घर है, यहां शांति और भक्ति का माहौल होना चाहिए, न कि झगड़ा और हिंसा।”
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों की शिकायत दर्ज कर ली गई है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि विवाद व्यक्तिगत रंजिश और अधिकार को लेकर था। पुलिस ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मंदिर परिसर में शांति बनी हुई है और प्रशासन ने वहां निगरानी बढ़ा दी है। मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर में पुजारियों के बीच हुआ विवाद धार्मिक स्थलों में अनुशासन और आपसी समन्वय की आवश्यकता को उजागर करता है। इस घटना ने न केवल मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि श्रद्धालुओं की भावनाओं को भी आहत किया है। मंदिर प्रशासन और पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। धार्मिक स्थलों पर जहां लोगों की आस्था जुड़ी होती है, वहां शांति और सम्मान का माहौल बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है — चाहे वह पुजारी हों या श्रद्धालु।

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