September 30, 2025

दानापुर की सड़कों पर जलजमाव से लोग परेशान, रोज गिर रहे स्कूली बच्चे, बेखबर बना प्रशासन

पटना। दानापुर इलाके में जलजमाव और सड़कों पर गड्ढों की समस्या ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। बीते दो महीनों से यह स्थिति बनी हुई है और अब हालत यह हो गई है कि सड़क पर चलना भी लोगों के लिए चुनौती बन चुका है। पंचशील नगर और झाखड़ी महादेव मंदिर के पास की सड़कें पूरी तरह पानी में डूबी हुई हैं। इन रास्तों से होकर ही बेली रोड की ओर आवागमन होता है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को मजबूरी में रोजाना इस खतरनाक मार्ग का उपयोग करना पड़ रहा है।
स्कूली बच्चों और वाहन चालकों पर संकट
इन जर्जर और जलमग्न सड़कों से सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है। स्कूल जाते समय छोटे-छोटे बच्चे आए दिन पानी भरी सड़कों पर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। बाइक सवार और ई-रिक्शा चालक भी आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। बरसात का पानी और गड्ढों की गहराई के कारण वाहन अचानक फिसल जाते हैं। कई बार हल्की चोटों के साथ-साथ गंभीर दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते ध्यान नहीं देगा तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
नवरात्र के बीच लोगों की परेशानी
नवरात्र का पावन पर्व शुरू हो चुका है। इस दौरान लोग मंदिरों में पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों के लिए बड़ी संख्या में निकलते हैं। लेकिन दानापुर की इन टूटी और गड्ढों से भरी सड़कों पर चलना बेहद कठिन हो गया है। भक्तों को मंदिर जाने में दिक्कतें आ रही हैं। कई बार लोग कचरे और गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हो रहे हैं। त्योहार के मौके पर जहां साफ-सफाई और बेहतर यातायात व्यवस्था की उम्मीद की जाती है, वहीं दानापुर के लोग बदहाल हालात में जी रहे हैं।
प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद प्रशासन पूरी तरह संवेदनहीन हो चुका है। मुख्य पार्षद शिल्पी कुमारी विभिन्न वार्डों में योजनाओं का उद्घाटन करने में व्यस्त हैं, लेकिन दानापुर की सड़कों पर जलजमाव और गड्ढों की मरम्मत को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन केवल कागजी खानापूर्ति कर रहा है। नाले के किनारे ईंट डालकर समस्या से निपटने का दावा किया गया, लेकिन इससे स्थिति और भी खराब हो गई। पानी का बहाव रुक गया और जलजमाव की समस्या और गहरी हो गई।
जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि राजनाथ उर्फ राजू जयसवाल और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के जिलाध्यक्ष चंदन यादव ने भी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि नवरात्र जैसे बड़े मौके पर भी नगर परिषद ने जल निकासी और गड्ढों की मरम्मत की कोई व्यवस्था नहीं की। उनके मुताबिक परिषद प्रशासन ने इस मुद्दे पर हाथ खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि जनता की समस्या को दरकिनार कर केवल दिखावे और प्रचार-प्रसार में ध्यान दिया जा रहा है।
लोगों का आक्रोश और असुरक्षा
स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर परिषद की बेरुखी के कारण उन्हें रोजाना खतरे का सामना करना पड़ता है। हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन समस्या को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है। लोग मजबूरी में गंदे पानी से होकर गुजर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक दिक्कत हो रही है। लोग मानते हैं कि इस तरह की लापरवाही केवल उनकी सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं है, बल्कि यह प्रशासन की जिम्मेदारी से भागने की मानसिकता को भी दर्शाता है।
समस्या का समाधान और अपेक्षा
दानापुर की जनता की अपेक्षा है कि नगर परिषद प्रशासन तुरंत कदम उठाए। सड़कों से पानी की निकासी के लिए पंपिंग की व्यवस्था की जाए, गड्ढों को भरा जाए और अस्थायी नहीं बल्कि स्थायी समाधान निकाला जाए। इसके साथ ही नियमित सफाई अभियान चलाकर नालों की सिल्ट हटाई जानी चाहिए ताकि बरसात के मौसम में पानी जमा न हो। त्योहार के समय लोगों को सुविधा देना प्रशासन का दायित्व है, लेकिन इस दिशा में कोई गंभीर पहल नहीं दिखाई दे रही है। दानापुर की सड़कों पर जलजमाव केवल एक स्थानीय समस्या नहीं है, बल्कि यह प्रशासन की संवेदनहीनता और कर्तव्यहीनता का उदाहरण है। स्कूली बच्चों, वाहन चालकों और आम जनता की सुरक्षा खतरे में है। त्योहार जैसे पावन अवसर पर भी जब लोग राहत की उम्मीद करते हैं, तब उन्हें बदहाली का सामना करना पड़ रहा है। आवश्यकता है कि नगर परिषद तत्काल स्थिति की गंभीरता को समझे और ठोस कदम उठाए। तभी दानापुर की जनता को इस जलजमाव और गड्ढों की समस्या से छुटकारा मिल पाएगा और वे सुरक्षित और सुगम यातायात का अनुभव कर पाएंगे।

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