बिहार पुलिस में सिपाहियों के ट्रांसफर का इंतजार होगा खत्म, समिति का गठन, जल्द शुरू होगी प्रक्रिया

पटना। बिहार पुलिस सेवा में कार्यरत सिपाहियों के तबादले का इंतजार अब खत्म होने वाला है। लंबे समय से एक ही क्षेत्र में कार्यरत पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने गंभीर पहल की है। इसके तहत एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जो जल्द ही स्थानांतरण की प्रक्रिया को अंतिम रूप देगी।
समिति का गठन और उसका उद्देश्य
बिहार पुलिस मुख्यालय ने अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति का मुख्य उद्देश्य एक ही पुलिस क्षेत्र या रेंज में आठ साल या उससे अधिक समय से कार्यरत सिपाहियों का स्थानांतरण करना है। लंबे समय से इसी को लेकर पुलिसकर्मी और उनके परिजन भी इंतजार कर रहे थे।
सूची के आधार पर होगी कार्रवाई
फरवरी माह के पहले सप्ताह में बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी क्षेत्रीय आइजी और डीआइजी को पत्र लिखकर ऐसे सिपाहियों की सूची मांगी थी जो आठ वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं। अब प्राप्त सूचियों के आधार पर समिति आगे की कार्रवाई करेगी। इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी एक क्षेत्र में पुलिसकर्मी ज्यादा लंबे समय तक न टिकें और पुलिस व्यवस्था में निष्पक्षता बनी रहे।
स्थानांतरण समिति की बैठक तय
मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार स्थानांतरण समिति की बैठक दिनांक 28 अप्रैल 2025 को अपराह्न 3:50 बजे पुलिस मुख्यालय, पटना के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) करेंगे। बैठक में पुलिस उप महानिरीक्षक (कार्मिक) सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। बैठक का मुख्य एजेंडा सिपाहियों का जोनल ट्रांसफर तय करना है, ताकि एक ही जोन में सालों से जमे सिपाहियों का संतुलित स्थानांतरण हो सके।
बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भागीदारी
बैठक के महत्व को देखते हुए सभी सदस्यों को समय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल होने का निर्देश दिया गया है। इसका उद्देश्य है कि बैठक में सभी सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित हो और स्थानांतरण से जुड़े निर्णय बिना किसी देरी के लिए जा सकें।
पुलिसकर्मियों में राहत की उम्मीद
यह पहल पुलिसकर्मियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आ सकती है। जो सिपाही लंबे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं और स्थानांतरण की प्रतीक्षा कर रहे थे, उनके लिए यह एक नई शुरुआत होगी। इससे न केवल पुलिसकर्मियों को नए कार्यक्षेत्र का अनुभव मिलेगा, बल्कि संगठनात्मक संरचना में भी ताजगी आएगी। बिहार पुलिस में सिपाहियों के स्थानांतरण को लेकर उठाए गए इस कदम से विभागीय पारदर्शिता और प्रशासनिक चुस्ती को बल मिलेगा। लंबे समय से रुके तबादलों को लेकर बनी असमंजस की स्थिति अब दूर होने की संभावना है। यदि यह प्रक्रिया निर्धारित समय पर पूरी होती है, तो बिहार पुलिस सेवा में एक नई ऊर्जा का संचार निश्चित तौर पर देखने को मिलेगा।
