November 18, 2025

आरा में महाकुंभ से लौट रहा परिवार हादसे का शिकार, 6 लोगों की दर्दनाक मौत

  • सड़क पर खड़ी कंटेनर में गाड़ी की टक्कर, कार के परखच्चे उड़े, पटना के रहने वाले थे सभी

आरा। बिहार के भोजपुर जिले के आरा में शुक्रवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना जगदीशपुर इलाके में मोहनिया-आरा फोरलेन पर दुल्हनगंज और इसाढी के बीच हुई। मृतक सभी पटना के निवासी थे और महाकुंभ स्नान कर लौट रहे थे। इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
कैसे हुआ हादसा?
घटना के पीछे तेज रफ्तार और लापरवाही को मुख्य कारण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि एक कंटेनर ट्रक मुख्य सड़क पर पहले से खड़ा था, और पीछे से तेज रफ्तार में आ रही बैलेनो कार सीधे उसमें जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के बोनट और इंजन के परखच्चे उड़ गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि कार चालक को संभवतः नींद आ गई होगी, जिससे उसने खड़ी ट्रक को नहीं देखा और सीधा जाकर उसमें टकरा गया। दुर्घटना के बाद ट्रक का ड्राइवर मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
मृतकों की पहचान
हादसे में मरने वालों में पटना के न्यू जक्कनपुर थाना क्षेत्र के सुदामापुरी छपरा कॉलोनी के रहने वाले संजय कुमार (62) और उनके परिवार के चार सदस्य शामिल हैं। मृतकों में दो पुरुष और चार महिलाएं थीं। परिजनों को सूचना मिलने के बाद जब वे आरा सदर अस्पताल पहुंचे, तो वहां चीख-पुकार मच गई और माहौल बेहद गमगीन हो गया।
पुलिस की कार्रवाई और स्थिति
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और दुर्घटनाग्रस्त वाहन को जब्त कर लिया। हालांकि, ट्रक ड्राइवर अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस घटना के बावजूद आरा-मोहनिया फोरलेन पर यातायात सामान्य कर दिया गया है, जिससे सड़क पर जाम की स्थिति न बने।
महाकुंभ यात्राओं के दौरान लगातार हो रहे हादसे
महाकुंभ यात्रा के दौरान सड़क हादसे कोई नई बात नहीं हैं। इससे पहले भी नेपाल से कुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। तेज रफ्तार, नींद की झपकी और सड़क पर खड़े वाहनों की वजह से इस तरह के हादसे लगातार हो रहे हैं। आरा में हुआ यह सड़क हादसा एक बार फिर दिखाता है कि सड़क पर लापरवाही कितनी जानलेवा हो सकती है। तेज रफ्तार, सड़क पर खड़े वाहन और चालक की सतर्कता में कमी की वजह से कई परिवार उजड़ रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों पर सख्ती से रोक लगाए और वाहन चालकों को सफर के दौरान पर्याप्त आराम करने की सलाह दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।

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