पटना में 18 और 19 को बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था, शहर में मालवाहक वाहनों की एंट्री बंद, एक्टिव रहेगा प्रशासन
पटना। दीपावली और धनतेरस के मौके पर राजधानी पटना में बड़ी संख्या में लोगों के बाहर निकलने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन और यातायात पुलिस ने विशेष ट्रैफिक व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। इन दो दिनों में शहर के प्रमुख बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुचारू यातायात बनाए रखने के लिए कई सख्त प्रावधान किए गए हैं। यह व्यवस्था 18 और 19 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक प्रभावी रहेगी।
मालवाहक वाहनों की एंट्री पर पूर्ण प्रतिबंध
धनतेरस और दीपावली के अवसर पर लोगों की भीड़ के कारण सड़कों पर जाम की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए प्रशासन ने मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। शहर के प्रमुख बाजार जैसे खेतान मार्केट, बाकरगंज, मछुआ टोली और चूड़ी मार्केट जैसे इलाकों में किसी भी प्रकार के भारी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि लोगों को खरीदारी के दौरान यातायात की समस्या का सामना न करना पड़े और सड़कों पर अव्यवस्था न फैले।
आपातकालीन सेवाओं को छूट
प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और शव वाहन जैसी आपातकालीन सेवाओं को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में राहत कार्य प्रभावित न हों। साथ ही, पुलिसकर्मियों को ऐसे वाहनों को पहचानकर त्वरित मार्ग देने के निर्देश दिए गए हैं।
जेपी गंगा पथ पर अस्थायी पार्किंग व्यवस्था
छोटी चारपहिया गाड़ियों के लिए प्रशासन ने जेपी गंगा पथ पर अस्थायी पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई है। यह पार्किंग दीघा गोलंबर से एलसीटी घाट तक एक लेन में बनाई गई है। इस कदम का उद्देश्य यह है कि लोग अपनी गाड़ियों को सुरक्षित रूप से खड़ा कर सकें और बाजारों में पैदल जाकर आसानी से खरीदारी कर सकें। इससे शहर के मुख्य मार्गों पर वाहनों की अनावश्यक भीड़ को कम किया जा सकेगा।
विशेष निगरानी वाले क्षेत्र
यातायात पुलिस ने बताया है कि खेतान मार्केट और चूड़ी मार्केट क्षेत्र में विशेष निगरानी रखी जाएगी। इन स्थानों पर पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है ताकि ट्रैफिक व्यवस्था पर पूर्ण नियंत्रण रहे। इसके अलावा, मछुआ टोली और बारी पथ से बाकरगंज की ओर जाने वाले किसी भी मालवाहक वाहन को अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे वाहनों को दिनकर गोलंबर के रास्ते अपने गंतव्य तक पहुंचने की सलाह दी गई है।
बंद रहेंगे कुछ मार्ग
पटना पुलिस द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, कुछ मार्गों पर यातायात अस्थायी रूप से बंद रहेगा। बाकरगंज से मछुआ टोली की ओर, कदमकुआं मोड़ से चूड़ी मार्केट और ठाकुरबाड़ी मोड़ की ओर जाने वाले रास्ते आम वाहनों के लिए बंद रहेंगे। इसी तरह, दिनकर गोलंबर से साहित्य सम्मेलन और नाला रोड की दोनों दिशाओं में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह निषिद्ध रहेगा। बुद्धमूर्ति गोलंबर से नाला रोड की ओर किसी भी मालवाहक वाहन को आने की अनुमति नहीं होगी।
वैकल्पिक मार्गों के उपयोग की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे धनतेरस और दीपावली के दौरान शहर में निकलते समय वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। साथ ही, लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे पुलिस के निर्देशों का पालन करें और यातायात व्यवस्था में सहयोग दें। यह व्यवस्था आम नागरिकों की सुविधा के लिए की गई है ताकि शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न न हो और सभी लोग बिना किसी परेशानी के त्योहार की खुशियां मना सकें।
प्रशासन और पुलिस की संयुक्त सक्रियता
यातायात नियंत्रण के लिए प्रशासन और पुलिस दोनों विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं। विशेष टीमों को नियुक्त किया गया है जो भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सक्रिय रहकर स्थिति की निगरानी करेंगी। ड्रोन कैमरों के माध्यम से भी ट्रैफिक की स्थिति पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा, यातायात नियंत्रण कक्ष को पूरी तरह सक्रिय रखा गया है ताकि किसी भी समस्या की तुरंत जानकारी मिलते ही कार्रवाई की जा सके।
सुरक्षित और शांतिपूर्ण दीपावली का उद्देश्य
पटना प्रशासन का उद्देश्य है कि दीपावली का यह पावन पर्व बिना किसी अव्यवस्था, जाम या दुर्घटना के संपन्न हो। मालवाहक वाहनों की रोक, अस्थायी पार्किंग और ट्रैफिक डायवर्जन जैसी व्यवस्थाएं इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। प्रशासन चाहता है कि शहर की सड़कें दीपावली की रोशनी के साथ अनुशासन और सुरक्षा से भी जगमगाएं। धनतेरस और दीपावली पर पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में किया गया यह बदलाव जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिए आवश्यक कदम है। प्रशासन और पुलिस की यह संयुक्त पहल न केवल यातायात को नियंत्रित रखेगी, बल्कि शहरवासियों को सुरक्षित और सुखद त्योहारी माहौल भी प्रदान करेगी। अगर लोग सहयोग करें और नियमों का पालन करें, तो यह दीपावली पटना के लिए रोशनी और अनुशासन दोनों का सुंदर उदाहरण बन सकती है।


