पटना में ओवरब्रिज पर ट्रैक्टर पलटा, ट्रॉली का चक्का टूटने से घंटों लगा जाम
पटना। पटना शहर में मंगलवार को एक बड़ी असुविधा उस समय सामने आई जब एक ट्रैक्टर ओवरब्रिज पर पलट गया। घटना पटना सिटी के बाईपास थाना क्षेत्र स्थित चौक शिकारपुर ओवर ब्रिज की है, जहां सुबह के समय ट्रैक्टर की ट्रॉली का चक्का अचानक टूट गया और ट्रैक्टर पुल के बीचोबीच पलट गया।
स्कूल बसों और यात्रियों को भारी परेशानी
हादसे के बाद पुल के दोनों तरफ लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। यह समय स्कूल और ऑफिस जाने वालों के लिए सबसे व्यस्त समय होता है, ऐसे में जाम की वजह से बच्चों की स्कूल बसें, आम यात्री वाहन, एम्बुलेंस और दोपहिया वाहन सभी फंस गए। कई लोगों को घंटों तक सड़क पर ही इंतजार करना पड़ा, जिससे लोगों में नाराजगी भी देखी गई।
स्थानीय प्रशासन की सुस्ती पर उठे सवाल
घटना की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा तुरंत बाईपास थाने और यातायात पुलिस को दी गई। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि काफी समय बीत जाने के बावजूद कोई पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई।
नो एंट्री के बावजूद मालवाहक ट्रैक्टर की आवाजाही
चौंकाने वाली बात यह भी रही कि ओवरब्रिज पर सुबह 6 बजे के बाद बड़े मालवाहक वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित रहती है, बावजूद इसके ट्रैक्टर जैसे भारी वाहन की आवाजाही जारी है। यह ट्रैक्टर मारूफगंज मंडी से बाईपास की ओर जा रहा था और ओवरब्रिज पर चढ़ते ही उसकी ट्रॉली का चक्का टूट गया, जिससे पूरा वाहन असंतुलित होकर पलट गया।
यातायात पुलिस को नहीं थी जानकारी
जब मीडिया ने इस घटना के संबंध में यातायात थाना प्रभारी नीरज कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है और वह मामले की जांच करवाएंगे। इस बयान से साफ होता है कि पुलिस और ट्रैफिक विभाग के बीच समन्वय की कमी है, जिससे आम नागरिकों को परेशानी झेलनी पड़ी।
प्रशासन से सख्ती की उम्मीद
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि ट्रैफिक नियमों का पालन कराने में प्रशासन की भूमिका कमजोर बनी हुई है। नो एंट्री नियमों का उल्लंघन, भारी वाहनों की मनमानी और समय पर राहत कार्य न होना, यह सब मिलकर लोगों के लिए सड़क पर चलना तक मुश्किल बना रहे हैं। लोगों की मांग है कि ऐसे हादसों से बचने के लिए प्रशासन को नियमों को सख्ती से लागू करना चाहिए और ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करना चाहिए, ताकि आमजन को परेशानी न उठानी पड़े।


