मोतिहारी में ट्रैक्टर मिस्त्री की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने बेटी के सामने किया मर्डर, इलाके में दहशत

मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी के मधुबन थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार की सुबह एक ट्रैक्टर मिस्त्री सुभान की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना सरेआम हुई, जब सुभान अपने बेटे फैयाज के साथ गेराज से काम के लिए निकले थे। इस दर्दनाक वारदात ने पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश की लहर फैला दी है।
दिनदहाड़े हुई निर्मम हत्या
घटना सुबह करीब 7:17 बजे की है जब सुभान अपने बेटे फैयाज के साथ बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। रास्ते में बंजरिया गांव के पास अचानक शिवहर की ओर से एक बाइक सवार अपराधी आया और सुभान पर फायरिंग कर दी। गोली लगते ही सुभान बाइक से गिर पड़े और बुरी तरह घायल हो गए। बेटा फैयाज ने तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन सिस्टम की लापरवाही ने एक घायल व्यक्ति की जान ले ली।
अस्पताल में नहीं मिला इलाज
घटना के बाद फैयाज किसी तरह घायल पिता को लेकर मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचा, लेकिन वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। किसी ने उन्हें देखने तक की जहमत नहीं उठाई। इलाज न मिलने से सुभान दर्द में तड़पते रहे। आखिरकार फैयाज उन्हें एक निजी अस्पताल ले गया, जहां से उन्हें फिर सीएचसी लौटने को कहा गया। जब वे दोबारा सीएचसी पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और सुभान की वहीं मौत हो गई।
बेटे की आंखों के सामने पापा की मौत
फैयाज ने रोते हुए बताया कि वह अपने पिता के पीछे बाइक पर बैठा था, तभी हमलावर ने गोली चलाई। वह उसे पकड़ने की कोशिश करता रहा, लेकिन अपराधी भाग निकला। रास्ते में वह लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। यह दृश्य न केवल दिल को झकझोरने वाला है, बल्कि समाज की संवेदनहीनता को भी उजागर करता है।
गांव में फैला आक्रोश, अस्पताल में हंगामा
घटना की जानकारी जब गांव में पहुंची तो परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। बड़ी संख्या में लोग मधुबन सीएचसी पहुंचे और अस्पताल में तोड़फोड़ की। लोगों ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा किया। अस्पताल की बदइंतजामी और डॉक्टरों की अनुपस्थिति को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
पुलिस जांच में सामने आई आपसी रंजिश की बात
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत कराया। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल भेजा गया। मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पकड़ीदयाल के एएसपी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की है। प्रारंभिक जांच में आपसी रंजिश की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पुलिस ने जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है।
जनता में सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता
यह घटना न सिर्फ अपराध की गंभीरता को उजागर करती है, बल्कि प्रदेश की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही पर भी सवाल खड़े करती है। यदि घायल सुभान को समय पर इलाज मिल जाता, तो शायद उनकी जान बच सकती थी। इस वारदात ने प्रदेश के आम नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर विश्वास को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है।
जरूरत है ठोस कार्रवाई की
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी कितने बेखौफ हैं और सरकार की कानून व्यवस्था कितनी लचर है। आम जनता को न तो सुरक्षा मिल रही है और न ही समय पर इलाज। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करता है और दोषियों को कब तक सजा मिलती है। जनता को न्याय की उम्मीद है और इसके लिए प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
