November 12, 2025

पटना में ट्रैक्टर और ऑटो की टक्कर से भीषण हादसा: युवक की दर्दनाक मौत, दो की हालत गंभीर

पटना। राजधानी पटना में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की जान चली गई जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा गौरीचक थाना क्षेत्र के सोना चक राष्ट्रीय उच्च पथ पर हुआ, जहां एक ऑटो और ट्रैक्टर की आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और सवार युवक मौके पर ही दम तोड़ दिया।
देर रात हुआ हादसा, सड़क पर मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार, रविवार की देर रात लगभग 11 बजे यह दुर्घटना हुई। सोना चक गांव से बेलदारी चक की ओर जा रहा एक ऑटो अचानक राष्ट्रीय उच्च पथ पर गलत दिशा में चढ़ गया। उसी दौरान विपरीत दिशा से तेज रफ्तार में आ रहा एक ट्रैक्टर ऑटो से सीधी भिड़ंत कर गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो के आगे का हिस्सा पूरी तरह से पिचक गया। टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायल यात्रियों को बाहर निकालने का प्रयास किया। इस हादसे में ऑटो सवार सुधीर कुमार (28 वर्ष), जो फतुहा के सिकंदरपुर निवासी थे, की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो अन्य सवार, गुड्डू पासवान (गौरीचक थाना क्षेत्र के कंसारी गांव निवासी) और बुकालु पासवान (बख्तियारपुर निवासी) गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी। गौरीचक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने दोनों घायलों की हालत गंभीर बताई और उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो सड़क किनारे पलट गया और उसके परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद राष्ट्रीय उच्च पथ पर कुछ समय के लिए लंबा जाम लग गया, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रित किया।
मृतक की पहचान और परिवार में मचा कोहराम
पुलिस ने मृतक की पहचान सिकंदरपुर फतुहा निवासी 28 वर्षीय सुधीर कुमार के रूप में की है। सुधीर अपने परिवार का इकलौता बेटा था और मजदूरी करके घर का खर्च चलाता था। उसकी मौत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, घर में कोहराम मच गया। मां-बाप और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने कहा कि सुधीर रोजाना काम पर जाने के लिए ऑटो से ही सफर करता था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यह यात्रा उसकी आखिरी होगी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है।
ट्रैक्टर चालक फरार, पुलिस ने शुरू की जांच
हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश शुरू कर दी है। गौरीचक थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि ऑटो चालक गलत दिशा से सड़क पर आया था, जिससे यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा, “घटना के बाद ट्रैक्टर चालक भाग निकला है। उसकी पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।” पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और दोनों वाहनों की यांत्रिक जांच भी कराई जाएगी।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि सोना चक से बेलदारी चक के बीच सड़क का यह हिस्सा बेहद खतरनाक है। इस मार्ग पर गलत साइड से वाहन चलाने और ओवरस्पीडिंग के मामले आम हैं। सड़क पर पर्याप्त स्ट्रीट लाइट की भी कमी है, जिससे रात के समय हादसे की संभावना बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क पर पहले भी कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। लोगों ने मांग की कि यहां स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। परिजनों का कहना है कि अगर सड़क पर पर्याप्त रोशनी होती और ट्रैफिक नियमों का पालन कराया जाता, तो शायद यह हादसा नहीं होता। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंची पुलिस से कहा कि सड़क पर गश्ती बढ़ाई जाए और रात में भारी वाहनों की आवाजाही पर नियंत्रण रखा जाए।
प्रशासन ने की अपील
गौरीचक थाना प्रभारी ने लोगों से अपील की कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और गलत दिशा में वाहन चलाने से बचें। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाह ड्राइविंग न केवल चालक के लिए बल्कि अन्य राहगीरों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है।पुलिस ने यह भी चेतावनी दी कि जो भी चालक गलत दिशा में वाहन चलाते हुए पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पटना के गौरीचक में हुआ यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा की अनदेखी का दर्दनाक उदाहरण बन गया है। एक परिवार ने अपने इकलौते बेटे को खो दिया, जबकि दो अन्य लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। अक्सर छोटी सी लापरवाही और तेज रफ्तार कई परिवारों के सपनों को मलबे में बदल देती है। यह घटना न केवल प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि हर वाहन चालक के लिए सबक भी है कि सड़क पर सुरक्षा नियमों का पालन ही जिंदगी की सबसे बड़ी गारंटी है।

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