October 29, 2025

तेजस्वी ने नीतीश के 20 सालों के शासन को बताया अंधकार युग, सोशल मीडिया पोस्टर से किया हमला

पटना। बिहार की राजनीति एक बार फिर तेज हो गई है, और इस बार बहस की शुरुआत की है नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 वर्षों के लंबे शासनकाल को ‘अंधकार युग’ की संज्ञा देते हुए एक तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने इस बयान को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्टर के माध्यम से साझा किया, जिसमें राज्य की विभिन्न समस्याओं को उजागर करते हुए नीतीश सरकार को पूरी तरह से असफल करार दिया गया है।
20 वर्षों में क्या मिला बिहार को?
तेजस्वी यादव ने अपने पोस्टर में दावा किया है कि बीते दो दशकों में बिहार को विकास, रोजगार, और न्याय जैसे मूल अधिकारों से वंचित रखा गया। उनके अनुसार राज्य में बेरोजगारी, गरीबी, भ्रष्टाचार, महिला उत्पीड़न, पलायन, महंगाई, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, चरमराई शिक्षा प्रणाली और कुशासन ने जड़ें जमा ली हैं। उन्होंने इसे बिहार के लिए एक अंधकार युग कहा, जिसमें लोगों की उम्मीदें धीरे-धीरे खत्म होती गईं।
पोस्टर में समस्याओं की लंबी सूची
तेजस्वी यादव के साझा किए गए पोस्टर में राज्य के मौजूदा हालात को लेकर गहरी चिंता जताई गई है। पोस्टर में लिखा गया है कि बिहार आज अंधकार, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, भुखमरी और कुप्रबंधन जैसे गंभीर मुद्दों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाएं बदहाल हैं और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। राज्य से लगातार युवाओं का पलायन हो रहा है क्योंकि यहां उन्हें न तो रोजगार मिल रहा है और न ही कोई भविष्य की गारंटी।
‘कुर्सी छोड़ो और अंत बिहार माँग तुरंत’
पोस्टर में एक उग्र नारा भी शामिल किया गया है—“कुर्सी छोड़ो और अंत बिहार माँग तुरंत”। यह नारा ना सिर्फ नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ गुस्से को दर्शाता है, बल्कि यह जनता से सीधा संवाद करने और उन्हें जागरूक करने की कोशिश भी है। तेजस्वी ने संकेत दिया कि अब समय आ गया है कि बिहार की जनता बदलाव की ओर कदम बढ़ाए और उस नेतृत्व को चुने जो वास्तव में राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हो।
बिहार को चाहिए नया नेतृत्व
तेजस्वी ने अपनी बात में यह भी जोड़ा कि बिहार को अब एक ईमानदार, दूरदर्शी और समर्पित नेतृत्व की आवश्यकता है जो केवल सत्ता की कुर्सी से चिपका न हो, बल्कि जनता की पीड़ा को समझे और उसका समाधान करे। उन्होंने जनता से समर्थन मांगते हुए कहा कि वे बिहार को नई दिशा देना चाहते हैं, जहां हर वर्ग को न्याय और सम्मान मिले।
सोशल मीडिया पर मिला जनता का समर्थन
तेजस्वी यादव की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। इसे अब तक 149 बार रीट्वीट और 748 लाइक्स मिल चुके हैं, जो यह दर्शाता है कि उनका यह मुद्दा लोगों के बीच सराहना पा रहा है और युवाओं में खासा असर छोड़ रहा है। ऐसे में यह कदम केवल एक राजनीतिक स्टेटमेंट नहीं, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए विपक्ष की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
राजनीतिक माहौल में नई बहस की शुरुआत
तेजस्वी का यह सीधा हमला बिहार की राजनीति में एक नई बहस की शुरुआत कर सकता है। सत्तारूढ़ दल की तरफ से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह निश्चित है कि तेजस्वी यादव की इस पहल ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में यह बहस किस दिशा में जाती है और जनता इसका समर्थन किस हद तक करती है।

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