पटना में तीन महिलाओं को स्कार्पियो ने कुचला, एक की दर्दनाक मौत, दो गंभीर रूप से घायल, ड्राइवर फरार
पटना। जिले के नौबतपुर थाना क्षेत्र से गुरुवार की देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे की खबर आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। वासुदेवपुरी गांव में एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने सड़क किनारे बैठी तीन महिलाओं को जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भयावह था कि एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गईं। गुरुवार की देर शाम वासुदेवपुरी गांव के मुख्य मार्ग पर यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीनों महिलाएं अपने घर के पास सड़क किनारे बैठी हुई थीं और आपस में बातचीत कर रही थीं। उसी समय नौबतपुर की ओर से आ रही एक स्कॉर्पियो अचानक अनियंत्रित हो गई और तेज रफ्तार में सीधे महिलाओं के ऊपर चढ़ गई। टक्कर इतनी तेज थी कि एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल होकर सड़क किनारे तड़पने लगीं। घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को किसी तरह उठाकर नौबतपुर रेफरल अस्पताल भेजा। वहां डॉक्टरों ने एक महिला को मृत घोषित कर दिया और बाकी दो का इलाज शुरू किया।
मृतका और घायलों की पहचान
पुलिस ने बताया कि मृतका की पहचान वासुदेवपुरी गांव की रहने वाली 65 वर्षीय लक्ष्मी देवी के रूप में हुई है। घायल महिलाओं में 60 वर्षीय कलावती देवी और 60 वर्षीय मीणा देवी शामिल हैं, जिनकी हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है। दोनों को प्रारंभिक इलाज के बाद बेहतर उपचार के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों घायल महिलाओं के सिर और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद स्कॉर्पियो की रफ्तार इतनी तेज थी कि वाहन कुछ दूर जाकर एक पेड़ से टकराने के बाद रुका।
ग्रामीणों का आक्रोश और अफरातफरी
हादसे के बाद गांव में अफरातफरी मच गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए और सड़क को कुछ समय के लिए जाम कर दिया। लोगों ने प्रशासन से दोषी चालक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में आए दिन तेज रफ्तार वाहनों का आना-जाना बना रहता है, लेकिन पुलिस द्वारा इस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि सड़क के दोनों ओर बस्तियां हैं, लेकिन वाहन चालक बेपरवाही से गाड़ी चलाते हैं। हादसे के बाद मृतका के परिवार में मातम छा गया है। घर में कोहराम मचा हुआ है और परिजन बेसुध हो गए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही नौबतपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी संजीत कुमार ने बताया कि स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया गया है और चालक फरार है। उसकी पहचान कर ली गई है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने कहा, “हमने वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर ट्रेस कर लिया है। चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने, गैर इरादतन हत्या और दुर्घटना कर फरार होने के मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है। दोषी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।” पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की और घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही दुर्घटना के दौरान मौजूद गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। वाहन की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि यह स्पष्ट हो सके कि स्कॉर्पियो की गति और तकनीकी स्थिति कैसी थी।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर ग्रामीण सड़कों पर बढ़ते हादसों और सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव की सड़कों पर स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेतों की कमी के कारण आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांवों में स्पीड लिमिट लागू की जाए और ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए। लोगों ने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में गाड़ियों की रफ्तार पर अंकुश लगाने के लिए निगरानी कैमरे लगाए जाने चाहिए।
प्रशासन का आश्वासन
घटना के बाद जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने यह भी कहा कि घायल महिलाओं के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी और परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी। थाना प्रभारी संजीत कुमार ने बताया कि “हमने परिजनों से संपर्क किया है और उन्हें भरोसा दिलाया है कि आरोपी चालक को जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाएगा। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में सड़क सुरक्षा के उपायों को लेकर भी प्रस्ताव भेजा जाएगा।”
गांव में शोक की लहर
वासुदेवपुरी गांव में इस हादसे के बाद शोक का माहौल है। मृतका लक्ष्मी देवी अपने परिवार की बुजुर्ग सदस्य थीं और गांव में सभी उन्हें आदर से देखते थे। उनकी मौत की खबर फैलते ही पूरा गांव गमगीन हो गया। गांव की महिलाएं रो-रोकर अपना दुख व्यक्त कर रही हैं, जबकि ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। नौबतपुर की यह घटना एक बार फिर बताती है कि सड़क पर लापरवाही से वाहन चलाने की कीमत कितनी भयावह हो सकती है। एक परिवार ने अपनी सदस्य खो दी, जबकि दो महिलाएं जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही हैं। प्रशासन के लिए यह घटना एक चेतावनी है कि ग्रामीण इलाकों में यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाए ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो। वासुदेवपुरी की इस दर्दनाक दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है और यह सवाल छोड़ दिया है कि आखिर कब तक रफ्तार की लापरवाही मासूम जिंदगियों को कुचलती रहेगी।


