गरीबी से निकलने के तीन रास्ते शिक्षा, खेती और पूंजी : प्रशांत किशोर
- 32 वर्षों से लालू-नीतीश-भाजपा की सरकारों ने बिहार को मजदूर बनाने की फैक्ट्री बना दिया
- लोगों से शिक्षा व रोजगार के नाम पर वोट करने की अपील
पटना। जन सुराज के प्रणेता व पदयात्रा अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि गरीबी को जड़ से खत्म तभी किया जा सकता है जब समाज के सभी वर्गों के बच्चों को अच्छी व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध करायी जाएगी। शिक्षा के बिना विकास की बातें बेमानी होगी। वे आज सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी प्रखण्ड के बनगांव उत्तरी, दक्षिणी, मधुरापुर, पचड़ा निगाही, आवापुर समेत दर्जनों गांवों में पदयात्रा करते हुए विभिन्न गांवों में आयोजित जन सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उक्त जानकारी आज यहां जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने दी। ठाकुर ने बताया कि पीके ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने भी आजादी के संघर्षों के दौरान और फिर आजादी दिलाने के बाद भी यही संदेश भारतवासियों को दिया था। दुनिया के अनेक विद्वानों ने भी गरीबी से निकलने के 3 रास्ते बताए हैं। उसमें शिक्षा को सबसे पहला रास्ता बताया गया है। दूसरा मुनाफेदार खेती-किसानी और तीसरा पूंजी की व्यवस्था है।

32 वर्षों की लालू-नीतीश और भाजपा की बिहार की सरकारों ने उक्त तीनों रास्ते बंद कर दिए। शिक्षा को नेस्तनाबूद कर दिया जिससे 32 वर्षों में 4 पीढ़ियां अशिक्षित हो गई है और मजदूरी करने के अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं है। भू-हदबंदी कानून को आज तक अमलीजामा नहीं पहनाया गया और खेती के लिए सिंचाई, खाद-बीज की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। बाढ़ की तबाही और सुखाड़ की परेशानी से किसान हर साल त्रस्त है। फसलों का उचित सरकारी मूल्य नहीं मिल रहा जिससे करीब 25 हजार करोड़ रुपए सालाना किसानों को घाटा लग रहा है। पीके ने आगे कहा कि पूंजी की भारी कमी के कारण ग्रामीण कोई रोजगार नहीं कर पा रहे हैं। बैंक कर्ज नहीं देती जिससे मजदूरी के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। यही कारण है कि बिहार के लोगों को दूसरे प्रदेशों में रोज़ी-रोटी के लिए पलायन करना पड़ता है। उन्होंने लोगों से जात-पात और धर्म-मजहब से ऊपर उठकर अपने व अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा और रोजगार के नाम पर वोट देने की अपील की। उक्त जानकारी देते हुए जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने बताया कि पीके ने लोगों से जगने, उठने और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए जन सुराज के साथ खड़ा हो कर संघर्ष करने की अपील की है ताकि बिहार में सत्ता परिवर्तन कर व्यवस्था बदली जा सके। वही इस सभा का संचालन अभिषेक नरेंद्र सिंह ने किया जबकि स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए जन सुराज के साथ जुड़ने की अपील लोगों से की।

