ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को मिली जान से मारने की धमकी, जेहादी बोला- जल्द होगा सर तन से जुदा

दरभंगा। बिहार के एक प्रोफेसर को सर तन से जुदा की धमकी दी गई है। प्रोफेसर को धमकी भरा पत्र मिला है जिसमें उन्हें सर तन से जुदा की धमकी दी गई है। मामला दरभंगा का है, जहां ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और रसायन विज्ञान विभाग के एचओडी डॉ. प्रेम मोहन मिश्रा को सर तन से जुदा करने की धमकी मिली है। धमकी के बाद प्रोफेसर का परिवार दहशत में है। उन्होंने कुलपति के साथ-साथ पुलिस को मामले की सूचना देने हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार प्रोफेसर को धमकी भरा यह पत्र बुधवार की शाम डाक पोस्ट के माध्यम भेजी गई। धमकी भरे पत्र पर लिखनेवाला का नाम आलम प्रवेज़ लिखा है। पत्र में साफ-साफ लिखा गया है कि रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर प्रेम मोहन मिश्रा का जेहादी सर तन से जुदा करेगा, ये कभी भी कहीं भी हो सकता है। यह अल्लाह का आदेश है।
प्रोफेसर पर मुसलमानों की बेटियों के खिलाफ बोलने का आरोप
धमकी भरे पत्र में लिखा गया है कि अल्लाह का आदेश है कि प्रोफेसर का ट्रांसफर कर दो, ये काम नहीं करोगे तो सिर तन से जुदा कर देंगे। पूरे परिवार के साथ हत्या कर देंगे। लेटर में लिखा गया है कि रसायन विभाग के प्रयोग प्रदर्शक शशि शेखर झा पर आरोप है कि वो मुसलमानों की बेटियों के खिलाफ बोलते रहते हैं। इसलिए उनका यहां से 20 किलोमीटर दूर ट्रांसफर करने की मांग की गई है। नहीं तो अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई है। धमकी भरे पत्र में लिखा गया है कि जनाब मोहन मिश्रा आपको कुछ काम दिया जा रहा है। जो काम नहीं करने पर जिहादी आपका सिर तन से जुदा कर देंगे। हेड रसायन विभाग प्रेम मोहन मिश्रा और उसके पूरे परिवार का यही हाल होगा। कहीं भी किसी भी वक्त। अल्लाह का आदेश है कि आपके विभाग में प्रोफेसर शशि शेखर झा का ट्रांसफर किसी दूसरे विभाग में या जीडी कॉलेज बेगूसराय जो कम से कम 20 किलोमीटर दूरी पर हो करा दो।
प्रोफेसर ने एसएसपी और आईजी से सुरक्षा की लगाई गुहार
इधर इस मामले पर विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम मोहन मिश्रा ने बताया कि मामला लगभग 20-25 साल पहले का लगता है। जब एक मेडिकल एग्जाम का सेंटर यहां पर था। उस वक्त कुछ छात्रों से किताबें छीनी गई थीं और कुछ वारदात हुई थीं। हालांकि उस वक्त वे यहां कार्यरत भी नहीं थे। बावजूद इसके उन्हें यह धमकी भरा पत्र दिया गया है। विभागाध्यक्ष ने बताया कि किसी का ट्रांसफर करना उनके बस का नहीं है। उन्होंने बताया कि कुलपति और विश्वविद्यालय थाना को भी इसकी सूचना दी है। वे जल्द ही एसएसपी और आईजी से मिलकर भी सुरक्षा की गुहार लगाई हैं।

