November 12, 2025

सुपौल में राजद और कांग्रेस पर बरसे नीतीश, कहा- उनलोगों ने कुछ नहीं किया, उनको वोट मत कीजिएगा

सुपौल/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज स्थित अनुपलाल यादव कॉलेज परिसर में एक भव्य चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस सभा में उन्होंने न केवल विपक्ष पर तीखा हमला किया बल्कि अपने शासनकाल में किए गए विकास कार्यों और योजनाओं को भी जनता के सामने रखा।
पिछली सरकारों ने विकास के लिए कोई ठोस काम नहीं किया
नीतीश कुमार ने मंच से स्पष्ट किया कि पिछली सरकारों, खासकर राजद और कांग्रेस ने राज्य के विकास के लिए कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि “पिछला वाला सरकार कुछ काम नहीं किया जी, इसलिए उन सबको वोट नहीं कीजिएगा।” उनका यह बयान जनता के बीच जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वीकार किया गया। मुख्यमंत्री ने विरोधी दलों पर यह आरोप भी लगाया कि पहले की सरकारें कानून व्यवस्था बनाए रखने और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही थीं।
सोलर पैनल योजना और मुफ्त बिजली
सभा में मुख्यमंत्री ने लोगों को सोलर पैनल लगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुफ्त में बिजली प्रदान कर रही है और सोलर पैनल लगवाने के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा। उन्होंने सभी कैंडिडेट्स से जनता को इसके लाभ के बारे में जानकारी देने का आग्रह किया। इस योजना को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू कर बिजली और ऊर्जा की बचत को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उम्मीदवारों को माला पहनाना
सभा के दौरान नीतीश कुमार ने अपने दल के चारों जदयू उम्मीदवारों को माला पहनाकर उनके लिए विजय का आशीर्वाद दिया। इसके अलावा, उन्होंने ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव को मंच पर बुलाकर उन्हें माला पहनाई और हाथ पकड़े माइक तक लाकर जनता के सामने उनका समर्थन मांगा। इस कार्य से उनके सहज और चुटीले अंदाज़ का प्रदर्शन हुआ और जनता में उनका व्यक्तित्व और भी लोकप्रिय बना।
पहले और बाद की तुलना
नीतीश कुमार ने 2005 से पहले और बाद के बिहार की तुलना करते हुए कहा कि पहले बिहार की स्थिति बेहद खराब थी। लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। कानून व्यवस्था खराब थी, सड़कों और शिक्षा की व्यवस्था नहीं थी, इलाज और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति भी दयनीय थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कानून का राज स्थापित किया और विभिन्न विकास कार्यों के माध्यम से जनता की जीवनशैली में सुधार किया।
महिला सशक्तिकरण और रोजगार
मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण पर अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने बताया कि 2006 में पंचायती राज में 50% आरक्षण दिया गया, 2013 में पुलिस में महिलाओं का 35% आरक्षण लागू किया गया और 2016 में सभी सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण सुनिश्चित किया गया। बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। इसके साथ ही, 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर ‘जीविका’ समूह की शुरुआत की गई, जिसकी संख्या अब 1 करोड़ 40 लाख तक पहुंच चुकी है। रोजगार के क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री ने बड़े दावे किए। उन्होंने कहा कि 2020 में 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार का वादा किया गया था, और अब 10 लाख नौकरियों का काम पूरा हो गया है। इसके अलावा रोजगार पाने वालों की संख्या 40-50 लाख तक पहुंच चुकी है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले पांच साल में 1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित किया जाएगा।
सामाजिक और धार्मिक सौहार्द
नीतीश कुमार ने कानून व्यवस्था के तहत सामाजिक और धार्मिक विवादों को नियंत्रित करने के उपायों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2006 में कब्रिस्तानों की घेराबंदी और 2016 में 60 वर्ष से पुराने हिंदू मंदिरों की घेराबंदी कर कानून और व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया गया। इसके तहत सभी समुदायों के लिए न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित की गई। सुपौल की जनसभा में नीतीश कुमार का संबोधन न केवल विपक्ष पर सीधे हमले के लिए बल्कि उनके सहज और चुटीले अंदाज़ के कारण भी चुनावी चर्चाओं में प्रमुख बन गया। उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों, महिला सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और कानून व्यवस्था के कदमों को जनता के सामने स्पष्ट रूप से रखा गया। साथ ही, उम्मीदवारों के समर्थन में माला पहनाने और योजनाओं की जानकारी देने के प्रयास ने जनसभा को और प्रभावशाली बना दिया। इस तरह का चुनावी भाषण दर्शाता है कि मुख्यमंत्री अपने विकास एजेंडे और राजनीतिक संदेश को प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

You may have missed