सीवान में प्रसिद्ध राम जानकी मंदिर से चोरी, 300 साल पुरानी नीलम पत्थर की मूर्ति ले गए चोर

सीवान। बिहार के सीवान जिले के सुरवल गांव में स्थित ऐतिहासिक राम-जानकी मंदिर से भगवान श्रीराम और माता सीता की प्राचीन मूर्ति चोरी हो गई। मंगलवार की रात हुई इस वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। चोरों ने मंदिर का मुख्य गेट तोड़कर गर्भगृह में प्रवेश किया और लगभग 300 वर्ष पुरानी नीलम पत्थर से बनी दो फुट ऊंची मूर्तियों को चुरा लिया। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, बुधवार की सुबह जब कुछ श्रद्धालु मंदिर की नियमित सफाई के लिए पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मंदिर का दरवाजा टूटा हुआ है। गर्भगृह के अंदर जाने पर उन्हें पता चला कि भगवान राम और माता जानकी की मूर्ति वहां से गायब है। यह खबर फैलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया और देखते ही देखते मंदिर परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने तुरंत ही इस घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी, लेकिन पुलिस के समय पर मौके पर न पहुंचने को लेकर लोगों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया कि यह मंदिर उनके पूर्वजों द्वारा लगभग तीन शताब्दी पूर्व स्थापित किया गया था और यह न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र था, बल्कि गांव की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी था। माना जा रहा है कि चुराई गई मूर्तियों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए हो सकती है, क्योंकि यह मूर्तियाँ दुर्लभ नीलम पत्थर से बनी थीं और कलात्मक दृष्टि से भी अत्यंत मूल्यवान थीं। घटना की जानकारी मिलने के बाद सुरवल पंचायत सहित आसपास के गांवों से भी लोग मंदिर परिसर में पहुंचे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मंदिर में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी और प्रशासन द्वारा कई बार मांग करने के बावजूद मंदिर की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। थानाध्यक्ष सोनी कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और अज्ञात चोरों के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, “जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द ही चोरों की गिरफ्तारी कर मूर्तियों की बरामदगी की जाएगी। स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की गई है। गौरतलब है कि यह घटना न सिर्फ धार्मिक आस्था पर आघात है, बल्कि प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। एक ओर जहां देश में सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसे दुर्लभ और ऐतिहासिक मंदिरों की सुरक्षा में लापरवाही चिंताजनक है। इस घटना से नाराज़ ग्रामीणों ने आगामी दिनों में विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है, यदि प्रशासन द्वारा मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती।

You may have missed