November 17, 2025

पटना में मॉर्निंग वॉक पर निकले बुजुर्ग को हाईवा ने कुचला, मौके पर हुई दर्दनाक मौत

पटना। पटना सिटी के कंगन घाट इलाके में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। सुबह की सैर पर निकले 70 वर्षीय श्रद्धानंद गुप्ता को तेज रफ्तार हाईवा वाहन ने कुचल दिया। घटना इतनी भयावह थी कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे मोहल्ले को शोकाकुल कर दिया है।
मृतक की पहचान और दिनचर्या
मृतक श्रद्धानंद गुप्ता हाजीगंज इलाके के निवासी थे और वहां मेडिकल हॉल चलाते थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि वे रोज सुबह टहलने कंगन घाट जाया करते थे। बुधवार की सुबह भी वे हमेशा की तरह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। लेकिन इस बार वे मौत के मुंह में चले गए।
हादसा कैसे हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, श्रद्धानंद गुप्ता जैसे ही घाट के पास से गुजर रहे थे, तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रही एक हाईवा ट्रक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि वे वाहन के नीचे आकर बुरी तरह कुचल गए और मौके पर ही उनकी सांसें थम गईं। हादसे के बाद चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया।
लोगों का आक्रोश और परिजनों का मातम
घटना की खबर बिजली की तरह पूरे हाजीगंज मोहल्ले में फैल गई। श्रद्धानंद गुप्ता के घर पर जब हादसे की सूचना पहुंची तो वहां कोहराम मच गया। परिजन बदहवास होकर रोने लगे। उनके बेटे-बेटियां और परिवार के अन्य लोग रो-रोकर बुरी तरह बेहाल हो गए। मोहल्ले के लोग भी गमगीन हैं। क्षेत्र में श्रद्धानंद गुप्ता एक मिलनसार और प्रतिष्ठित व्यक्ति माने जाते थे। उनकी अचानक हुई मौत ने सबको सदमे में डाल दिया है।
मौके पर जुटी भीड़ और पुलिस की कार्रवाई
हादसा देखने के बाद स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तुरंत चौक थाना पुलिस को सूचना दी। कुछ देर बाद पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि चालक की तलाश की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि वाहन और उसके चालक की पहचान की जा सके।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर पटना की सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है। सुबह के समय जब लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते हैं, तब भी भारी वाहन बेकाबू होकर चल रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कंगन घाट इलाके में बड़े ट्रक और हाईवा का आना-जाना आम बात है। तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग अक्सर लोगों के लिए खतरा साबित होती है।
प्रशासन की लापरवाही
लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई थी कि सुबह और शाम के वक्त भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जाए, लेकिन इस पर कभी कार्रवाई नहीं हुई। नतीजा यह हुआ कि एक बुजुर्ग व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी।
परिवार की पीड़ा
श्रद्धानंद गुप्ता का परिवार इस हादसे के बाद गहरे सदमे में है। वे परिवार के लिए सहारा और मोहल्ले के लिए प्रेरणा थे। परिजन का कहना है कि उनकी मौत एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती।
स्थानीय लोगों की मांग
इलाके के निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि कंगन घाट और अन्य संवेदनशील जगहों पर भारी वाहनों के प्रवेश को सुबह-शाम पूरी तरह बंद किया जाए। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता बढ़ाई जाए और दोषी चालक को जल्द गिरफ्तार किया जाए। पटना सिटी का यह हादसा सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही का मिला-जुला परिणाम है। एक बुजुर्ग व्यक्ति, जो रोज सुबह स्वास्थ्य लाभ के लिए टहलने जाते थे, रफ्तार के कहर का शिकार हो गए। यह घटना सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है कि जब तक सड़क पर अनुशासन और प्रशासन की सख्ती लागू नहीं होगी, तब तक निर्दोष लोग यूं ही लापरवाह ड्राइविंग का शिकार होते रहेंगे। श्रद्धानंद गुप्ता की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सड़क पर रफ्तार जितनी तेज होगी, उतना ही बड़ा खतरा आम लोगों की जान के लिए रहेगा।

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