पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल यात्रियों के लिए शुरू, मिलेगी कई हाईटेक सुविधा, पुराने टर्मिनल को किया गया बंद

पटना। पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन की शुरुआत हो गई है। यह टर्मिनल 3 जून से यात्रियों के लिए खोल दिया गया है। अब पटना एयरपोर्ट एक वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट की शक्ल ले चुका है, जहां न केवल सुविधाएं बढ़ाई गई हैं बल्कि सुरक्षा और संचालन की दृष्टि से भी नए मानदंड तय किए गए हैं।
पहली उड़ान और संचालन में बदलाव
मंगलवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे नए टर्मिनल पर पहली उड़ान उतरी, जो बेंगलुरु से पटना पहुंची इंडिगो की फ्लाइट थी। इसी के साथ पुराने टर्मिनल भवन को सोमवार आधी रात के बाद पूरी तरह से बंद कर दिया गया। अब सभी उड़ानों का संचालन नए टर्मिनल से ही होगा। एयरपोर्ट प्रशासन ने इस बदलाव की जानकारी सभी एविएशन कंपनियों को दे दी है।
यात्रियों के लिए विशेष एडवाइजरी
यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि उड़ान से कम से कम तीन घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचना उचित रहेगा, ताकि चेक-इन और सुरक्षा जांच के दौरान किसी असुविधा से बचा जा सके। नए टर्मिनल में एंट्री और एग्जिट के रास्ते बदले गए हैं, इसलिए यात्रियों को दिशा-संकेतों और साइन बोर्ड्स का ध्यानपूर्वक पालन करने की सलाह दी गई है।
नए टर्मिनल की विशेषताएं
नए टर्मिनल को 1400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है और इसे बनने में लगभग 10 साल लगे। यह जी प्लस वन यानी ग्राउंड और एक फ्लोर वाला भवन है। इसमें चेक-इन काउंटर्स की संख्या बढ़ाकर 64 कर दी गई है और सुरक्षा जांच बिंदुओं की संख्या भी तीन गुना कर दी गई है। यात्रियों की सहूलियत के लिए एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग बनाए गए हैं। अराइवल और डिपार्चर के फ्लोर भी अलग कर दिए गए हैं।
तकनीकी और सुविधाजनक विस्तार
नई टर्मिनल बिल्डिंग में पांच एयरो ब्रिज बनाए गए हैं, जिससे यात्रियों को सीढ़ियों की बजाय सीधे विमान तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी। साथ ही, मल्टी लेवल कार पार्किंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल भवन, फायर स्टेशन, कार्गो कॉम्प्लेक्स और फ्लाइंग क्लब जैसी सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं। सुरक्षा के लिहाज से भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। पटना पुलिस के 20 जवानों को एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर तैनात किया गया है और 20 अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी नियुक्त किए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की वापसी
सबसे बड़ी खबर यह है कि 26 साल बाद पटना एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू होने जा रही हैं। 1999 में बंद हुईं अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अब दुबई, सिंगापुर, बैंकॉक, काठमांडू और म्यांमार जैसे शहरों के लिए फिर से शुरू हो सकती हैं। इसके लिए टर्मिनल में इमिग्रेशन काउंटर भी शुरू किए जा रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
अब तक पटना एयरपोर्ट से सालाना 25 लाख यात्री यात्रा करते थे, लेकिन नए टर्मिनल के चालू होने के बाद यह संख्या बढ़कर एक करोड़ तक पहुंच सकती है। एयरपोर्ट की इस आधुनिकता से बिहार को न केवल बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और विदेशी निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। यह टर्मिनल सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि बिहार की उड़ान का प्रतीक है।
