बोचहां विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी-वीआईपी में बढ़ी तल्खी, मुकेश सहनी बोले- हमारी दोस्ताना लड़ाई होगी
पटना। बोचहां विधानसभा उपचुनाव को लेकर एनडीए के बीच दरार बढ़ती जा रही है। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शुरू से इस सीट पर अपना दावा कर रही है। वहीं बीजेपी ने वीआईपी को झटका देते हुए बेबी कुमारी को चुनावी मैदान में उतार दिया है। इसी बीच रविवार को मुकेश सहनी ने कहा कि 16 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव के लिए उनकी पार्टी मुजफ्फरपुर की बोचहां सीट पर अपना प्रत्याशी उतारेगी। सहनी ने कहा, यदि बीजेपी उनकी बात नहीं मानती है तो यह एक दोस्ताना मैच होगा। उन्होंने उम्मीद जताई की जनता दल (यूनाइटेड), जिसके नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बिहार में चुनाव लड़ा और सरकार बनाई, वह इस मुद्दे को हल करने के लिए कदम उठाएगी। हालांकि बीजेपी पहले ही बोचाहां से पूर्व विधायक और पार्टी की महासचिव बेबी कुमारी को अपना उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर चुकी है। पिछले साल नवंबर में वीआईपी विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से यह सीट खाली हो गई थी।

रविवार को बिहार बीजेपी प्रमुख संजय जायसवाल ने वीआईपी प्रमुख से उपचुनाव में भाजपा को समर्थन देने और अपनी जिद छोड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह सीट पार्टी और एनडीए सरकार के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि सहनी ने सीट पर अपना दावा दोहराते हुए कहा कि पार्टी ने दिवंगत विधायक के बेटे अमर पासवान को मैदान में उतारने का फैसला किया है। उन्होंने वीआईपी के राजद के साथ की अटकलों को भी खारिज कर दिया है। बिहार के मंत्री ने कहा, वीआईपी एनडीए का हिस्सा है और रहेगी। इसी बीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा और वीआईपी के बीच चल रहे विवाद के सौहार्दपूर्ण समाधान पर जोर देते हुए कहा कि एक परिवार में असंतुष्ट पर पद छोड़ने का दबाव नहीं बनाना चाहिए। कुशवाहा ने कहा, ‘यदि स्थिति बनती है तो मैं एनडीए के दो घटक दलों के बीच मध्यस्थता करने का विकल्प चुनूंगा। वीआईपी ने यूपी में बीजेपी के खिलाफ 50 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस वजह से बीजेपी नेताओं का एक वर्ग सहनी से नाराज है और उनपर एनडीए छोड़ने का दबाव बना रहा है।

