धर्माचार्यों के मना करने के बाद भी चुनावी लाभ के लिए मंदिर का उद्घाटन किया गया, आज वहां छत टपक रही : लालू यादव

पटना। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भारी बारिश के कारण राम मंदिर से पानी टपकने की शिकायतें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने हाल ही में दावा किया कि राम मंदिर के गर्भगृह की छत से पानी टपक रहा है। इस दावे के बाद, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्माचार्यों के मना करने के बावजूद एक व्यक्ति ने चुनावी लाभ के लिए मंदिर का उद्घाटन करवा दिया। लालू प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “धर्माचार्यों ने मना किया था, लेकिन एक व्यक्ति ने अपने प्रचार-प्रसार और चुनावी लाभ के लिए आनन-फानन में अयोध्या में मंदिर का उद्घाटन किया। अब मंदिर के मुख्य पुजारी कह रहे हैं कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहां पहली ही बारिश में छत से पानी टपकने लगा है, मंदिर में बारिश का पानी भर गया है। बाकी जगहों पर भी पानी टपक रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। लालू ने आगे कहा कि रामपथ में सीवर धँस गए हैं और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की दीवार गिर गई है। मंदिर के मुख्य पुजारी ने मंदिर के निर्माण कार्य पर कहा कि जुलाई 2025 तक भी काम पूरा होना असंभव है, लेकिन उद्घाटन तो 2 वर्ष पूर्व ही कर दिया गया था। अयोध्या के लोग सच जानते हैं और उन्होंने भावनाओं का दोहन करने वालों को कड़ा सबक सिखा दिया है। लालू ने मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि क्या अब भी वहां उछल-कूद करेंगे। आचार्य सत्येन्द्र दास के दावे को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि गर्भगृह जहां भगवान रामलला विराजमान हैं, वहां छत से एक भी बूंद पानी नहीं टपका है और ना ही कहीं और से पानी गर्भगृह तक पहुंचा है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब सोशल मीडिया पर राम मंदिर से पानी टपकने की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे। आचार्य सत्येन्द्र दास ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मंदिर के गर्भगृह की छत से पानी टपकने की समस्या है और यह बारिश के कारण हो रहा है। उन्होंने इस पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए ताकि इस समस्या का समाधान हो सके। चंपत राय ने कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य सही तरीके से चल रहा है और समय पर पूरा होगा। उन्होंने आचार्य सत्येन्द्र दास के दावे को नकारते हुए कहा कि मंदिर में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है और गर्भगृह पूरी तरह से सुरक्षित है।

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