हताशा में मर्यादा की सीमा लांघ रहे तेजस्वी: प्रभाकर मिश्र
- अपने पिता की तरह राजनीतिक विदूषक बनने की राह पर हैं नेता प्रतिपक्ष
पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने नेता प्रतिपक्ष पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव हताशा में मर्यादा की सीमा लांघ रहे हैं। उन्हें पता हो गया कि विधानसभा चुनाव में राजद की करारी हार तय है। इस बड़ी हार के भय से तेजस्वी यादव का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है। वे जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वैसी भाषा का प्रयोग सिर्फ उनके पिता लालू प्रसाद जैसा कोई राजनीतिक विदूषक ही कर सकता है। गांव या शहरों में कोई व्यक्ति जब मानसिक रूप से दिवालिया हो जाता है, तब कोई व्यक्ति उससे मुंह नहीं लगना चाहता, क्योंकि वह किससे कब क्या बोल देगा, यह नहीं कहा जा सकता। लोग अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए उससे बचकर निकल जाते हैं। यही हाल तेजस्वी यादव का है। जिसके पास न भाषायी ज्ञान है और न ही कोई बौद्धिक स्तर, वैसे लोगों से मुंह लगाने का मतलब अपना ही नुक़सान करना है। रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा सपने में विचरण करते हैं, इसलिए उनको अपनी वास्तविक स्थिति का भान नहीं होता। तेजस्वी यादव राजनीति में अभी नौसिखिया हैं, राजनीति में क ई ऐसे लोग आये, जिनकी पूरी सियासी पारी नौसिखिया रहते हुए ही गुजर गयी। तेजस्वी यादव भी अगर नहीं सीखे, तो उनकी भी स्थिति मूढ़ राजनेताओं जैसी ही रहेगी।


