तेजस्वी यादव ने गृहमंत्री को लिखा पत्र, अर्धसैनिक बलों को सेना के बराबर दर्जा देने की उठाई मांग

पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक संवेदनशील मुद्दे को उठाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने अर्धसैनिक बलों को भारतीय सेना के बराबर दर्जा देने की मांग की है। उनका कहना है कि देश की सुरक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले अर्धसैनिक बलों को वही सम्मान और सुविधाएं मिलनी चाहिए जो थलसेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों को प्राप्त होती हैं।
बिहार के जवानों की शहादत ने उठाए सवाल
तेजस्वी यादव की यह मांग ऐसे समय में आई है जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के चलते बिहार के चार जवान शहीद हो गए। जब इन जवानों के पार्थिव शरीर पटना लाए गए, तो पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान तेजस्वी यादव ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि वे अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा देने और उनके साथ होने वाले भेदभाव को खत्म करने के लिए गृह मंत्री को पत्र लिखेंगे।
पत्र के माध्यम से उठाई अहम मांग
तेजस्वी यादव ने अपने पत्र में गृह मंत्री का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया कि भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल दोनों ही देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं, लेकिन दोनों के बीच सम्मान और लाभों को लेकर बड़ा अंतर है। उन्होंने लिखा कि सेना के शहीदों को केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से उचित मुआवजा, सामाजिक सुरक्षा, और उनके परिवार को आर्थिक सहायता मिलती है, जबकि अर्धसैनिक बलों के जवानों को यह सुविधाएं समान रूप से नहीं मिलतीं।
तेजस्वी ने दिए कई सुझाव
तेजस्वी यादव ने सिर्फ मांग ही नहीं की, बल्कि अपने पत्र में कई सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए और उनके परिजनों को भी वह सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो सेना के शहीदों के परिवारों को दी जाती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश के लिए बलिदान देने वालों में भेदभाव नहीं होना चाहिए क्योंकि राष्ट्र की सेवा और शहादत की भावना सबमें समान होती है।
सोशल मीडिया पर साझा किया पत्र
तेजस्वी यादव ने यह पत्र सोशल मीडिया पर भी साझा किया, जिससे यह मुद्दा व्यापक चर्चा में आ गया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले अर्धसैनिक बलों को उपेक्षित नहीं किया जाना चाहिए और उन्हें वह सम्मान मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं।
एक बड़ी बहस की शुरुआत
तेजस्वी यादव की यह पहल राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस की शुरुआत मानी जा रही है। अर्धसैनिक बलों की भूमिका और उनके योगदान को लेकर लंबे समय से चर्चा होती रही है, लेकिन उनके अधिकारों और लाभों को लेकर अब तक कोई स्पष्ट और एकसमान नीति नहीं बन पाई है। तेजस्वी यादव का यह पत्र न केवल अर्धसैनिक बलों के सम्मान की बात करता है, बल्कि सरकार से यह अपेक्षा भी करता है कि वह इन जवानों की शहादत को बराबरी का दर्जा देकर उन्हें और उनके परिवारों को न्याय दे।
