ऑपरेशन सिंदूर पर बोले तेजस्वी, कहा- हमें भारतीय सेना पर गर्व, यहां न आतंकवाद और न अलगावाद रहे

पटना। भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई सटीक एयरस्ट्राइक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पूरे देश में गर्व और देशभक्ति की लहर दौड़ गई है। यह कार्रवाई 7 मई की रात करीब 1:30 बजे की गई थी और इसका उद्देश्य पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
तेजस्वी यादव ने सेना को दी बधाई
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने लिखा, “जय हिंद! जय भारत! न आतंक रहे, न अलगाववाद रहे! हमें अपने वीर जवानों और भारतीय सेना पर गर्व है।” तेजस्वी की यह टिप्पणी न केवल सेना के साहस को सम्मान देती है, बल्कि देश में एकता और शांति के प्रति प्रतिबद्धता भी दर्शाती है।
अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएं
तेजस्वी यादव के अलावा देश के कई प्रमुख नेताओं ने भी इस ऑपरेशन की तारीफ की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष करते हुए भारतीय सेना के पराक्रम को नमन किया। इसी तरह केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने भी अपनी पोस्ट में इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया और सेना की रणनीति और साहस की सराहना की।
ऑपरेशन की रणनीति और लक्ष्य
ऑपरेशन सिंदूर की खास बात यह रही कि इसमें केवल आतंकवादी ढांचों को ही निशाना बनाया गया। भारतीय वायुसेना ने अपनी सीमा में रहते हुए यह सटीक स्ट्राइक की, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि भारत की मंशा सिर्फ आतंक के खात्मे की है, न कि किसी दूसरे देश की सैन्य शक्ति को चुनौती देने की। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद नौ बड़े आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के अड्डे शामिल थे।
देशभर में गौरव और एकता का संदेश
इस सैन्य कार्रवाई के बाद देशभर में एकजुटता का माहौल देखने को मिला। चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी नेताओं ने एक स्वर में सेना की बहादुरी की प्रशंसा की। आम जनता से लेकर राजनीतिक वर्ग तक, हर किसी ने इस कदम को आतंक के खिलाफ सशक्त संदेश माना। लोग सोशल मीडिया, टीवी और सार्वजनिक जगहों पर सेना के समर्थन में खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की आतंकवाद के प्रति असहिष्णुता और सुरक्षा को लेकर उसकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। तेजस्वी यादव जैसे नेताओं की सकारात्मक प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि देश की सुरक्षा और अखंडता के मुद्दे पर सभी दल एकजुट हैं। यह अभियान न सिर्फ आतंकी संगठनों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब केवल सहन नहीं करेगा, बल्कि उचित समय पर ठोस जवाब भी देगा।
