October 28, 2025

पटना में अभ्यर्थियों से मिले तेजस्वी यादव, सुनी समस्याएं, पेपर लीक के मुद्दे पर की बातचीत

पटना। राजधानी पटना के राजेंद्र नगर स्थित साइंस सेंटर गोलंबर के पास शनिवार की सुबह एक अलग ही दृश्य देखने को मिला। सामान्य दिनों की तरह वहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे सैकड़ों अभ्यर्थी मौजूद थे, लेकिन इस दिन का माहौल कुछ खास था क्योंकि राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अचानक वहां पहुंच गए। उनके आगमन से छात्रों में उत्साह का माहौल बन गया और कुछ ही देर में बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि युवाओं के मन की बात सुनने और उनकी समस्याओं को समझने का एक गंभीर प्रयास थी।
छात्रों के बीच सहज माहौल में हुई बातचीत
तेजस्वी यादव ने वहां उपस्थित विद्यार्थियों से आत्मीयता के साथ बातचीत की। उन्होंने पूछा कि वे किन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और उनकी तैयारी की स्थिति कैसी है। शुरुआत में कुछ छात्र झिझकते हुए बोले, लेकिन जल्द ही माहौल खुला और अभ्यर्थियों ने अपनी वास्तविक समस्याएं खुलकर साझा कीं। छात्रों ने बताया कि उन्हें न सिर्फ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में दिक्कतें हैं, बल्कि सरकार की नीतिगत देरी और व्यवस्थागत कमियों के कारण उनका मनोबल भी टूट रहा है।
पेपर लीक पर सबसे अधिक नाराजगी
बातचीत के दौरान सबसे ज्यादा नाराजगी पेपर लीक की लगातार हो रही घटनाओं को लेकर सामने आई। कई विद्यार्थियों ने कहा कि लगभग हर दूसरे महीने किसी न किसी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो जाता है, और सरकार की ओर से की जाने वाली कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित रह जाती है। छात्रों का कहना था कि इससे मेहनत करने वालों की उम्मीदें टूट जाती हैं और सिस्टम पर से भरोसा खत्म होने लगता है। एक अभ्यर्थी ने कहा कि महीनों की कड़ी मेहनत के बाद जब पेपर लीक हो जाता है, तो यह सिर्फ परीक्षा नहीं, बल्कि भविष्य से खिलवाड़ होता है।
भर्ती प्रक्रिया में देरी और पारदर्शिता की कमी
छात्रों ने सरकारी भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि परीक्षा के आयोजन के बाद महीनों तक परिणाम जारी नहीं होता, और परिणाम आने के बाद भी नियुक्ति प्रक्रिया अधर में लटकी रहती है। इससे उम्मीदवारों को मानसिक तनाव और असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। कई अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि समय पर परीक्षा कैलेंडर जारी नहीं होने के कारण उनकी आयु सीमा समाप्त होने का खतरा बना रहता है। इस दौरान भ्रष्टाचार और सिफारिश जैसी शिकायतें भी विद्यार्थियों ने खुलकर रखीं।
युवाओं की चिंताओं पर तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव ने छात्रों की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और हर मुद्दे पर गंभीरता से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि युवाओं का गुस्सा जायज है और यह स्थिति बताती है कि व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को भरोसा दिलाया कि जब उनकी सरकार बनेगी, तो सबसे पहले भर्ती प्रक्रिया को समयबद्ध और पारदर्शी बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पेपर लीक जैसे मामलों पर सख्त कानून लागू किए जाएंगे और दोषियों को सीधे जेल भेजा जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि अब समय आ गया है कि सिर्फ घोषणाओं और वादों से आगे बढ़कर ठोस कार्रवाई की जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी युवाओं की आवाज को सदन से लेकर सड़क तक उठाएगी और तब तक लड़ाई जारी रखेगी जब तक सिस्टम में पारदर्शिता नहीं आती।
विद्यार्थियों को दिया हौसले का संदेश
मुलाकात के अंत में तेजस्वी यादव ने विद्यार्थियों को हिम्मत बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह दौर कठिन जरूर है, लेकिन संघर्ष करने वाले कभी हारते नहीं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपनी मेहनत जारी रखें और किसी भी निराशा के कारण पीछे न हटें। तेजस्वी ने कहा कि युवाओं की आवाज को अनसुना नहीं किया जा सकता और आने वाले समय में जब सरकार बदलेगी, तो युवाओं की समस्याओं का समाधान उनकी पहली प्राथमिकता होगी। तेजस्वी यादव की यह मुलाकात महज़ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि बिहार के युवाओं के प्रति संवेदना और जिम्मेदारी का संदेश थी। लंबे समय से पेपर लीक, भर्ती में देरी और पारदर्शिता की कमी जैसे मुद्दों से परेशान अभ्यर्थियों को इस बातचीत में अपनी बात रखने का अवसर मिला। तेजस्वी यादव ने न केवल उनकी समस्याओं को सुना, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी दिलाया कि आने वाले समय में यदि सत्ता उनके हाथों में आती है, तो इन समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाएगा। इस मुलाकात ने युवाओं में उम्मीद की एक नई किरण जगाई और यह संकेत दिया कि बिहार की राजनीति में युवाओं की आवाज अब केंद्र में है।

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