केंद्रीय गृहमंत्री को तेजस्वी का चैलेंज, कहा- लालू छोड़िए, आपलोगों के लिए तो केवल हम ही काफी है

पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर उन पर जमकर हमला बोला। पटना स्थित पार्टी कार्यालय में उन्होंने खुली चुनौती देते हुए कहा कि बीजेपी को लालू यादव की आलोचना छोड़कर उनसे सीधी बहस करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “लालू जी को छोड़िए, आप लोगों के लिए तेजस्वी ही काफी है। मैं हर आंकड़े का सही जवाब दे सकता हूं। तेजस्वी ने गृह मंत्री के बयानबाजी की आलोचना करते हुए कहा कि अमित शाह जब भी बिहार आते हैं, वे केवल लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधते हैं, लेकिन सही तथ्यों की जानकारी नहीं रखते। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने कब अपने परिवार के किसी सदस्य को विधायक बनवाया, इसकी सही जानकारी गृह मंत्री को नहीं है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर विरोधियों ने पुराने मुद्दों को उछालना जारी रखा, तो वे भी जवाब देने में पीछे नहीं हटेंगे। तेजस्वी ने बिहार में अपराध के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि “बीजेपी केवल जुमलेबाजी करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।” उन्होंने बताया कि पिछले 20 सालों में बिहार में 65 हजार हत्याएं, 25 हजार बलात्कार, 1 लाख अपहरण और 3 लाख से अधिक चोरी की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन अपराधों के बावजूद बीजेपी केवल लालू यादव पर आरोप लगाने में व्यस्त रहती है। उन्होंने अमित शाह की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि “वे बिहार के अपराध पर बात करते हैं, लेकिन सही आंकड़े तक नहीं रखते। अगर उन्हें बिहार में कानून व्यवस्था की इतनी चिंता है, तो वे सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की उन टिप्पणियों को भी पढ़ें, जिनमें बिहार की स्थिति पर चिंता जताई गई है। तेजस्वी यादव ने अपने उपमुख्यमंत्री के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उन्होंने 17 महीने की सरकार में आईटी और पर्यटन नीति लागू की, 3.50 लाख युवाओं को रोजगार दिया, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिलाया और टोला सेवकों व शिक्षा मित्रों का मानदेय दोगुना किया। तेजस्वी ने अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि “वे जानकी मंदिर बनाने की बात करते हैं, लेकिन मंदिर तो पहले से ही मौजूद है।” उन्होंने चारा घोटाले की संपत्ति जब्त करने की अमित शाह की घोषणा पर भी कटाक्ष किया और कहा कि “अगर घोटालों की ही बात करनी है, तो पहले सृजन घोटाले के 300 करोड़ रुपये वसूलने का प्रयास कीजिए।तेजस्वी ने वक्फ बिल को लेकर भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह RSS का एजेंडा लागू करने की कोशिश है, जिसे वे स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने याद दिलाया कि लालू यादव ने बीमार अवस्था में भी इस बिल के खिलाफ गर्दनीबाग में धरना दिया था। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि “मैंने उनके साथ काम किया है, लेकिन जो कुछ हो रहा है, उसे देखकर दुख होता है।” उन्होंने कहा कि आज के हालात में नीतीश कुमार के फैसलों पर सवाल उठ रहे हैं, और उनकी स्थिति चिंताजनक हो गई है।तेजस्वी यादव ने अपने बयान में अमित शाह और बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वे केवल जुमलेबाजी करते हैं और सही आंकड़ों के बिना बिहार की राजनीति में दखल देते हैं। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए चुनौती दी कि अगर बीजेपी को बहस करनी है, तो वे उनके साथ आमने-सामने बैठकर बात करें। वहीं, उन्होंने नीतीश कुमार की वर्तमान स्थिति पर भी चिंता जाहिर की।
