पटना में माध्यमिक शिक्षक संघ की बैठक में बोले शिक्षक, ना बीपीएससी से फॉर्म भरेंगें और ना परीक्षा देंगे
पटना। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक बहाली को लेकर गुरुवार से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया है। इन पदों के लिए योग्य और इच्छुक अभ्यर्थी 12 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। इसके माध्यम से बिहार में 1,70,461 विद्यालय के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन शुरू हो गया है। अभ्यर्थी बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। वही दूसरी ओर बिहार के नियोजित शिक्षक संघ ने बीपीएससी का फार्म नहीं भरने का मन बनाया है। माध्यमिक शिक्षक संघ की हुई बैठक में इस बात का ऐलान किया गया है कि अब नियोजित शिक्षक ना तो बीपीएससी का फार्म भरेंगे और ना ही परीक्षा में बैठेंगे। नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी का दर्जा दिये जाने की मांग सरकार से कर रहे हैं। शिक्षक बहाली को लेकर आज से बीपीएससी ऑनलाइन आवेदन ले रही है। लेकिन नियोजित शिक्षक ने फार्म नहीं भरने का ऐलान किया है। कहा कि बिना शर्त सरकार उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दें। इसे लेकर अब माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने उलझनपूर्ण नियमावली बना दिया है। हमलोगों के निवेदन के बावजूद इसमें किसी तरह का संशोधन नहीं किया गया है। राज्यकर्मी का दर्जा देने का कोई भी नियमावली मुल्यक नहीं है। वरीयता का कोई उल्लेख इसमें नहीं है। यह शिक्षकों के घाटे का सौदा है। वही संघ के अध्यक्ष रघुवंश सिंह ने बताया कि राज्यकर्मी का दर्जा देने की बात हो रही है जिसमें तमाम शिक्षकों को वंचित किया जा रहा है। केवल एक लाख 70 हजार में नये और पुराने सब आएंगे जो फार्म भरेंगे उनकी नियुक्ति यही से शुरू होगी। वही कुछ शिक्षकों का कहना था कि 18 साल काम करने के बाद नए लोग के साथ काम करेंगे यह हो नहीं सकता। इसलिए हमलोगों ने मन बना लिया है कि अब हम ना तो फार्म भरेंगे और ना ही परीक्षा में बैठेंगे। दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से राज्य में पहली बार टीचर बहाली करायी जा रही है। इसे लेकर गुरुवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।


