मुजफ्फरपुर में गर्भवती महिला से तांत्रिक ने किया रेप, झाड़-फूंक के नाम पर बनाया हवस का शिकार

मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर जिले के शिवाइपट्टी थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक तांत्रिक ने झाड़-फूंक के बहाने सात महीने की गर्भवती महिला के साथ दुष्कर्म किया। यह घटना 29 और 30 जून को घटी, जब पीड़िता को चक्कर आने की समस्या के इलाज के लिए तांत्रिक के पास ले जाया गया। महिला ने बताया कि तांत्रिक ने उसके पति को कमरे से बाहर बैठा दिया और उसके साथ जबरदस्ती की। इसके बाद उसने धमकी देकर महिला को चुप रहने के लिए मजबूर किया। पीड़िता ने बताया कि वह गर्भावस्था के दौरान अक्सर चक्कर आने की समस्या से परेशान थी। कई डॉक्टरों से इलाज कराने के बाद भी जब कोई आराम नहीं मिला, तो गांव वालों ने तांत्रिक से संपर्क करने की सलाह दी। पति ने मुजफ्फरपुर के मधेरा गांव में रहने वाले तांत्रिक उमा शंकर से संपर्क किया। 29 जून को पति-पत्नी तांत्रिक के घर पहुंचे। शुरुआत में तांत्रिक ने उन्हें आश्वस्त किया कि पूजा-पाठ से सब ठीक हो जाएगा। इसके बाद उसने पति को कमरे के बाहर बैठा दिया और महिला को अंदर ले गया। अंदर एक अंधेरे कमरे में पूजा का सामान रखा था। तांत्रिक ने महिला के कपड़े उतारे और उसके निजी अंगों पर हाथ रखना शुरू कर दिया। जब महिला ने विरोध किया, तो उसने दावा किया कि यह इलाज का हिस्सा है। डर और लोकलाज के कारण महिला ने उस समय किसी को कुछ नहीं बताया। तांत्रिक ने उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया, तो वह तंत्र विद्या से उसके पूरे परिवार को नष्ट कर देगा। तांत्रिक ने पति से कहा कि अगले दिन फिर महिला को लेकर आएं। 30 जून को जब वे दोबारा पहुंचे, तो तांत्रिक ने फिर वही कृत्य दोहराया। इस बार दुष्कर्म के दौरान महिला के पेट में तेज दर्द उठा, और वह चिल्लाते हुए बाहर आई। उसने पति को सारी बात बताई, लेकिन तांत्रिक वहां से भाग निकला। पति ने तुरंत महिला को एसकेएमसीएच अस्पताल ले जाया, लेकिन वहां भी उन्हें दो घंटे तक इलाज नहीं मिला। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण महिला को फर्श पर ही लेटे रहना पड़ा। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तांत्रिक के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी शुरू की। एसकेएमसीएच ओपी थाना के प्रभारी सरवरी खातून ने बताया कि पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की तलाश जारी है। मेडिकल जांच में महिला के नाजुक अंगों पर चोट के निशान पाए गए, जो दुष्कर्म की पुष्टि करते हैं। यह घटना एक बार फिर समाज में फैले अंधविश्वास और ढोंगी बाबाओं के शोषण को उजागर करती है। गरीब और अशिक्षित परिवारों की महिलाएं अक्सर ऐसे तांत्रिकों के चंगुल में फंस जाती हैं। इस मामले में पीड़िता के पति ने भी गांव वालों की सलाह पर तांत्रिक के पास जाने का फैसला किया, जिसका परिणाम भयावह निकला। इस घटना ने पुलिस प्रशासन और समाज दोनों के लिए सवाल खड़े किए हैं। एक तरफ जहां पुलिस को ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, वहीं समाज को भी अंधविश्वास से बचने और चिकित्सकीय सलाह लेने के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। पीड़िता का इलाज जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपी को सजा मिलेगी।

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