CM नीतीश और मेदांता के चेयरमैन के बीच हुई वार्ता, मरीजों को भर्ती करने के लिए युद्धस्तर पर अपडेट करने का किया जा रहा काम

पटना। बिहार में बढ़ती संक्रमण की रफ्तार और लोगों की परेशानी को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने मेदांता के प्रबंधन से बात की, जिसमें बिहार के कोरोना संक्रमितों के इलाज की व्यवस्था पर सहमति बन गई है। पटना के मेदांता जयप्रभा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बहुत जल्द कोविड संक्रमितों का इलाज होने लगेगा। कोरोना के 100 बेड की सुविधा के लिए हॉस्पिटल में डॉक्टरों और हेल्थ वर्करों की तैनाती की जा रही है। मरीजों को भर्ती करने के लिए युद्धस्तर पर इसे अपडेट करने का काम किया जा रहा है। आने वाले दो-चार दिनों में मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलने लगेगा। प्रबंधन ने बताया कि सीएम नीतीश और चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन के बीच हुई वार्ता के बाद निर्देश मिला कि तत्काल बिहार के संक्रमितों के इलाज की व्यवस्था बनाई जाए। इस निर्देश के बाद ही संस्थान में दिन रात एक कर काम शुरू करा दिया गया। डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ की नियुक्ति के साथ व्यवस्था बनाई जाने लगी। डॉक्टरों और हेल्थ वर्करों के साथ अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है। संक्रमितों को जल्द से जल्द भर्ती किया जा सके, इसके लिए रात-दिन काम किया जा रहा है।
जुलाई में शुरू करने को लेकर चल रही थी तैयारी
मेदांता जयप्रभा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटना निदेशक डॉ. अरुण कुमार का कहना है कि योजना जुलाई माह में हॉस्पिटल को सभी विभागों के 350 बेड के साथ शुरू करने की थी। इस लक्ष्य को लेकर हॉस्पिटल में काम किया जा रहा था। लेकिन अचानक से कोविड का दोबारा संक्रमण फैल गया और इस कारण से समस्या आ गई।
लेवल वन और लेवल टू के मरीजों को रखा जाएगा
निदेशक डॉ. अरुण कुमार का कहना है कि अभी वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है। इस कारण से मरीजों में अभी लेवल वन और लेवल टू को ही रखा जाएगा। लेवल वन ऐसे लोग होंगे, जिन्हें संक्रमण हो गया है, बुखार और अन्य लक्षण मिल रहे हैं। ऐसे मरीजों को सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं होती है। वहीं लेवल टू के मरीजों को आॅक्सीजन की जरूरत होती है। उन्हें आॅक्सीजन देना होता है। दोनों तरह के मरीजों को रखा जाएगा। संक्रमितों की देखभाल के लिए हर तरह की व्यवस्था रहेगी। इसके लिए प्रशिक्षित नर्स और स्टाफ की तैनाती की जा रही है।

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