राजद बताएं कि वह सुधाकर सिंह पर कार्रवाई कब कर रहा, ऐसे बयानों से महागठबंधन में फैल रहा गलत संदेश : जीतनराम मांझी

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पटना। पूर्व मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह द्वारा बार बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तल्ख टिप्पणियां करना बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को नागवार गुजरा है। जीतन राम मांझी ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक विरोध करना अलग चीज है। लेकिन शब्दों की मर्यादा रहनी चाहिए। सुधाकर सिंह भाषाई मर्यादा का ध्यान नहीं रख रहे हैं। ऐसे में सुधाकर सिंह जिस दल से सम्बंधित हैं उस दल के नेतृत्व को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। मांझी ने हैरानी जताते हुए कहा कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कहते हैं कि लालू यादव से पूछकर सुधाकर पर कार्रवाई होगी। हमारा सवाल तेजस्वी से है कि वे वे कब पूछेंगे। हर दिन सुधाकर सिंह कुछ से कुछ बोलते हैं। बावजूद इसके तेजस्वी और राजद की ओर से कार्रवाई नहीं करना एक गलत संदेश देता है। उन्होंने कहा कि सुधाकर के बयानों को लेकर यह भी जानना चाहिए कि कहीं यह राजनीतिक साजिश तो नहीं है। सुधाकर पहले जिस दूसरे दल में थे और वहां से राजद में आए हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि वे उन्हीं की साजिश का हिस्सा हैं। दरअसल, सुधाकर सिंह पहले भाजपा में थे। मांझी ने अपना इशारा उसी ओर किया। उन्होंने यहां तक कि कुछ सनकी दिमाग के लोग हैं जो गठबंधन को तोड़ने में लगे हैं। मांझी ने सात दलों वाले महागठबंधन में बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए फिर से कोर्डिनेशन कमिटी बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर कोर्डिनेटशन कमिटी होती तो उसमें यह निर्णय होता कि किस पर क्या कार्रवाई हो। ऐसे में राजद की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने विधायक पर कार्रवाई करे। सुधाकर की ओर से जो हो रहा है वह गलत हो रहा है। गलत होने पर भी राजद की ओर से कार्रवाई नहीं होना और ज्यादा गलत है। निश्चित रूप से यह गठबंधन धर्म के लिए सही नही है।

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