दरभंगा से पटना आ रही बस में अचानक लगी आग, गांधी सेतु पर हादसा, यात्रियों और ड्राइवर ने बचाई जान

पटना। शनिवार सुबह बिहार के महात्मा गांधी सेतु पर एक बड़ा हादसा हुआ जब दरभंगा से पटना आ रही एक यात्री बस में अचानक आग लग गई। यह हादसा हाजीपुर और पटना के बीच पुल के मध्य हुआ, जिससे बस में सवार यात्रियों में अफरातफरी मच गई। हालांकि, बस के ड्राइवर, खलासी और यात्रियों ने समय रहते सतर्कता दिखाते हुए बस से कूदकर अपनी जान बचा ली। बस दरभंगा से पटना की ओर जा रही थी, जब अचानक बस में आग लगने की घटना हुई। जैसे ही बस में धुंआ उठना शुरू हुआ, यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। ड्राइवर और खलासी ने स्थिति को भांपते हुए तुरंत बस को रोका और यात्रियों को बाहर निकलने का निर्देश दिया। सभी ने जल्दी-जल्दी बस से बाहर कूदकर अपनी जान बचाई। देखते ही देखते बस आग की लपटों में घिर गई। आग इतनी भीषण थी कि बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बस में यात्रियों का सामान, जिसमें उनके कपड़े, दस्तावेज और अन्य जरूरी चीजें शामिल थीं, सबकुछ जल गया। हादसे के कारण यात्रियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट आग लगने की वजह हो सकती है। हालांकि, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं और आग पर काबू पाने की कोशिश की। घटना की विस्तृत जांच जारी है। घटना के बाद यात्रियों में डर और तनाव का माहौल था। हालांकि, इस बात की राहत है कि समय रहते सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। किसी भी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं है। पुलिस और प्रशासन ने यात्रियों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। यह घटना महात्मा गांधी सेतु पर हुई, जो बिहार का एक महत्वपूर्ण मार्ग है। इस हादसे ने पुल पर यात्री सुरक्षा और वाहनों की तकनीकी जांच की जरूरत को उजागर किया है। प्रशासन को अब ऐसी घटनाओं से बचने के लिए वाहनों की नियमित जांच और आग से सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने होंगे। दरभंगा से पटना आ रही बस में आग लगने की यह घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है। हालांकि, यात्रियों और चालक दल की सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। प्रशासन को इस मामले की गहन जांच कर आग लगने के कारणों का पता लगाना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

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