पटना के दो लापता छात्र बनारस स्टेशन से बरामद, कोचिंग के बहाने निकले, शिकायत के बाद पुलिस ने ढूंढ निकाला

पटना। बिहटा थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव से दो स्कूली छात्र लापता हो गए थे। दोनों नाबालिग थे और कोचिंग जाने के बहाने घर से निकले थे। परिजनों को जब शाम तक उनका कोई सुराग नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों छात्रों को बनारस स्टेशन से बरामद कर लिया। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।
छात्रों की पहचान और घटना का विवरण
लापता हुए छात्रों की पहचान कक्षा आठ के कनिष कश्यप और कक्षा नौ के भोला कुमार के रूप में हुई। दोनों एक ही गांव के निवासी हैं और लंबे समय से दोस्त हैं। घटना के अनुसार, दोनों छात्र दोपहर लगभग तीन बजे घर से कोचिंग जाने के बहाने निकले थे। लेकिन शाम तक जब वे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोज शुरू की। जांच में यह पता चला कि दोनों कोचिंग भी नहीं गए थे। परिजनों ने चिंतित होकर बिहटा थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
परिजनों की चिंता और मदद के लिए पुलिस की सक्रियता
कनिष कश्यप के पिता अनिल कुमार, जो पैक्स अध्यक्ष हैं, ने बताया कि बच्चों का एक-दूसरे से गहरा दोस्ताना संबंध है। घटना के समय घर में सिर्फ दादा और दादी मौजूद थे, जबकि वे खुद पटना में किसी काम से गए थे। जब शाम को बच्चों के लापता होने की जानकारी मिली तो वे भी खोजबीन में जुट गए। अंत में पुलिस से मदद ली गई। पुलिस ने शिकायत मिलने के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी और टीम बनाकर बच्चों की तलाश में लग गई।
बनारस में मिली जानकारी
रात के समय पुलिस को सूचना मिली कि दोनों छात्र बनारस स्टेशन पर हैं। यह जानकारी तब मिली जब एक छात्र ने किसी अन्य व्यक्ति का मोबाइल लेकर अपने साथी को फोन किया। इस कॉल के आधार पर पुलिस को उनकी लोकेशन का पता चला। इसके बाद बिहटा पुलिस की टीम बनारस रवाना हुई और जीआरपी पुलिस से संपर्क कर उन्हें खोज निकाला।
छात्रों की सकुशल वापसी
बनारस स्टेशन से दोनों छात्रों को सकुशल बरामद कर लिया गया। उन्हें पूछताछ के लिए थाना लाया गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि आखिर दोनों घर से किस वजह से निकले और उनके बनारस जाने के पीछे क्या उद्देश्य था। फिलहाल, छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उनके परिवार को सूचित कर दिया गया है।
पुलिस की भूमिका और जांच प्रक्रिया
बिहटा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि परिवार की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और एक विशेष जांच टीम बनाई। टीम ने फोन कॉल के आधार पर छात्रों का पता लगाया। साथ ही बनारस स्टेशन पर मौजूद जीआरपी पुलिस से संपर्क कर छात्रों को सुरक्षित लाने की योजना बनाई गई। पुलिस की तत्परता की वजह से बच्चों को सही समय पर ढूंढ लिया गया।
परिवार और समाज पर असर
इस घटना से पूरे गांव में चिंता और चर्चा का माहौल बन गया। बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवार ने विशेष सतर्कता बरतने की बात कही। परिजनों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की। साथ ही यह घटना एक चेतावनी भी है कि बच्चों पर निगरानी रखना आवश्यक है, ताकि वे किसी गलत दिशा में न जाएँ। पटना के कन्हौली गांव से लापता दो छात्रों की सकुशल बरामदगी ने परिजनों और समाज को राहत दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समन्वय ने इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब बच्चों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश की जाएगी कि वे बिना बताए घर से क्यों निकले थे। यह घटना बच्चों की सुरक्षा और जागरूकता का संदेश देती है।
