पटना कॉलेज के कैंपस में छात्रा के साथ छेड़खानी, पांच छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज
- गंदे कमेंट करते थे पास, की अश्लील हरकत, शिकायत करने पर दी रेप और हत्या करने की धमकी
पटना। राजधानी पटना के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान पटना कॉलेज में महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठ गया है। यहां एक छात्रा के साथ लगातार छेड़खानी, अश्लील हरकत और धमकी का मामला सामने आया है। पीड़िता के अनुसार, पांच छात्र पिछले एक साल से उसे परेशान कर रहे थे। पहले ये छात्र गंदे कमेंट पास करते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी हरकतें बढ़ती गईं और उन्होंने खुलेआम अश्लील व्यवहार तक करना शुरू कर दिया।
मामला कैसे शुरू हुआ
छात्रा ने बताया कि शुरुआत में उसे लगा कि ये सब मज़ाक में हो रहा है, लेकिन समय के साथ इन छात्रों का व्यवहार भयावह रूप लेता गया। उन्होंने बार-बार उसके साथ अशोभनीय हरकतें कीं और विरोध करने पर उसे डराने-धमकाने लगे। जब छात्रा ने कॉलेज प्रशासन के पास जाकर शिकायत की, तब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे निराश होकर छात्रा ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस में दर्ज कराई गई प्राथमिकी
पीड़िता ने पीरबहोर थाना में दिए आवेदन में पांच छात्रों के नाम दर्ज कराए हैं। एफआईआर में उसने बताया कि आरोपितों ने उसके साथ न केवल अश्लील हरकतें कीं, बल्कि रेप और हत्या की धमकी भी दी। इतना ही नहीं, इन छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से छात्रा का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की भी धमकी दी थी। पुलिस ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। थानेदार के अनुसार, आरोपित छात्रों की पहचान हो गई है और उनके मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के लिए कॉलेज प्रशासन से सहयोग लिया जा रहा है। सभी आरोपी पटना कॉलेज के ही छात्र हैं और विभिन्न संकायों में पढ़ते हैं।
कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
घटना के सामने आने के बाद कॉलेज कैंपस में हड़कंप मच गया है। कई छात्र संगठनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि वह पुलिस जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहा है और आरोप सिद्ध होने पर सभी छात्रों को निलंबित कर दिया जाएगा। हालांकि, छात्राओं का कहना है कि अगर कॉलेज प्रशासन ने पहले ही शिकायतों पर गंभीरता दिखाई होती, तो मामला इतना नहीं बढ़ता। इस घटना ने न केवल पटना कॉलेज बल्कि पूरे पटना यूनिवर्सिटी परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।
महिला सुरक्षा पर फिर उठा सवाल
राजधानी के प्रमुख कॉलेज में इस तरह की घटना होना बेहद चिंताजनक है। छात्र संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि कॉलेजों में महिला हेल्प डेस्क और एंटी-सेक्सुअल हरासमेंट सेल तो हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन केवल औपचारिकता बनकर रह गया है।
छात्राओं का यह भी कहना है कि प्रशासन तभी सक्रिय होता है जब कोई मामला मीडिया की सुर्खियों में आ जाता है। नियमित निगरानी और कड़े अनुशासनात्मक कदम न होने के कारण ऐसे छात्रों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (महिला से अश्लील व्यवहार), 506 (धमकी देना), 509 (महिला की गरिमा भंग करने के लिए शब्दों का प्रयोग) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी कहा है कि जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। थाना प्रभारी के अनुसार, जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस मामले में किसी अन्य व्यक्ति या कॉलेज स्टाफ की भूमिका रही है। साथ ही, कॉलेज परिसर में सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है, जिससे घटना की सटीक जानकारी मिल सके।
छात्रों और समाज की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही छात्र संगठनों ने कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। कुछ संगठनों ने यह भी कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
सामाजिक संगठनों ने इसे महिला सम्मान और सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा बताया। उनका कहना है कि अगर शिक्षा के मंदिर में भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तो यह समाज के लिए चिंतन का विषय है। पटना कॉलेज की यह घटना राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में महिला सुरक्षा की वास्तविक स्थिति को उजागर करती है। जिस जगह छात्र-छात्राएं ज्ञान प्राप्त करने आते हैं, वहां भय और असुरक्षा का वातावरण बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कॉलेज प्रशासन और पुलिस को इस मामले में न केवल त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।


