पटना में छात्रा के साथ बंधक बनाकर मारपीट, 6 युवतियों पर आरोप, चाकू मारा, मामला दर्ज

पटना। बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक छात्रा को उसकी सहेली और अन्य युवतियों द्वारा बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा गया। यह मामला एसके पुरी थाना क्षेत्र का है, जहां व्यक्तिगत रंजिश और रिश्तों के शक के चलते यह हिंसक कृत्य किया गया।
खाने के बहाने बुलाकर दिया वारदात को अंजाम
मामले की शुरुआत तब हुई जब दीघा के रामजी चौक इलाके में रहने वाली एक छात्रा को उसकी सहेली ने 23 जुलाई की शाम को खाने पर बुलाया। यह आमंत्रण पटना के एसके पुरी इलाके के एक अपार्टमेंट में दिया गया था। छात्रा जब वहां पहुंची तो उसने देखा कि कमरे में उसकी सहेली के अलावा पांच अन्य युवतियां भी मौजूद थीं।
ब्वायफ्रेंड से संबंध पर जताई शंका
जैसे ही छात्रा अपार्टमेंट में पहुंची, आरोपितों ने उसे चारों ओर से घेर लिया। फिर उस पर उसके ब्वायफ्रेंड से संबंध होने का आरोप लगाया गया। इसी बहाने उसकी सहेली ने उसका मोबाइल फोन जबरन छीन लिया। इसके बाद कमरे को अंदर से बंद कर सभी युवतियों ने मिलकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी।
चाकू से हमला, पीड़िता हुई अधमरी
मारपीट के बाद मामला यहीं नहीं रुका। युवतियों ने उस पर चाकू से भी हमला किया, जिससे छात्रा बुरी तरह घायल हो गई और बेहोशी की हालत में पहुंच गई। इस दौरान पीड़िता की सोने की चेन भी छीन ली गई और उसका मोबाइल फोन फेंककर तोड़ दिया गया। यह पूरी घटना पूर्व नियोजित लगती है, जिसमें छात्रा को पहले से फंसाने की साजिश की गई थी।
किसी तरह भागकर पहुंची अस्पताल
घटना के बाद छात्रा ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर वहां से भागने की कोशिश की और बाहर निकलने में सफल रही। गंभीर हालत में वह एक सरकारी अस्पताल पहुंची और वहां इलाज करवाया। होश में आने के बाद उसने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस में मामला दर्ज, जांच जारी
पीड़िता की शिकायत पर एसके पुरी थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। थानेदार ने पुष्टि की है कि पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपित युवतियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
समाज में रिश्तों और संवेदनाओं का विघटन
यह घटना केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं, बल्कि समाज में बढ़ रही असहिष्णुता, असंवेदनशीलता और व्यक्तिगत रिश्तों में आई गिरावट की भी एक दुखद तस्वीर है। जहां एक छात्रा को उसकी जान-पहचान की लड़कियों ने ही बर्बरता का शिकार बना दिया।
नारी सुरक्षा और आत्मनिर्भरता पर सवाल
इस प्रकार की घटनाएं न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि महिला उत्पीड़न का रूप सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं रह गया है। अब महिलाएं भी आपसी रंजिश या शक के चलते इस तरह की हिंसा पर उतर आती हैं, जो बेहद चिंताजनक है।
जरूरत है सामाजिक और नैतिक शिक्षा की
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि समाज में केवल कानूनी शिक्षा ही नहीं, बल्कि नैतिक और भावनात्मक समझ को भी मजबूत करने की आवश्यकता है। शिक्षण संस्थानों को चाहिए कि वे छात्रों को आत्मसंयम, संवाद और सहिष्णुता की दिशा में मार्गदर्शन दें, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। पटना की यह घटना एक चेतावनी है कि समाज में बढ़ते अविश्वास, हिंसा और मानसिक असंतुलन की ओर ध्यान दिया जाए। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी तभी संभव है जब समाज के हर वर्ग में भावनात्मक परिपक्वता और संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया जाए।
