पटना में देशव्यापी हड़ताल और ग्रामीण बंद का जोरदार ढंग से हुआ प्रदर्शन

  • फुलवारीशरीफ और संपतचक प्रखंड मुख्यालय का खेत ग्राम सभा एक्टू भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने किया घेराव

पटना, अजीत। केंद्रीय ट्रेड यूनियन संगठनों का मंच और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को देशव्यापी आम हड़ताल और ग्रामीण बंद कार्यक्रम का जोरदार ढंग से फुलवारी शरीफ और सम्पत चक में प्रखंड मुख्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया गया। इससे पहले फुलवारी शरीफ व सम्पत चक के कई गांव से निकला खेत ग्राम सभा ऐक्टू भाकपा माले से जुड़े कार्यकर्ताओं ने जुलूस की शक्ल में भ्रमण किया और प्रखंड मुख्यालय फुलवारी शरीफ पहुंचे। प्रदर्शन और जुलूस के चलते फुलवारी शरीफ का ईसापुर चुनौती कुमार शहीद भगत सिंह चौक पेठीया बाजार एवं संपतचक के सोहगी गोपालपुर बैरिया हंडेर समेत आसपास के इलाके लाल झंडा लिए महिला व पुरुष कार्यकर्ताओं से पटा रहा। इस प्रदर्शन के जरिए केद्र सरकार के जन बिरोधी मजदुर किसान नौजवान विरोधी नितीयो के खिलाफ, महगाई पर रोक लगाने, गैस सिलेंडर के दाम 450 करने, सभी भुमहीनो को जमीन, मनरेगा कानुन के तहत काम, 600 दैनीक मजदुरी, खाद सुरक्षा की गारंटी, जन बितरन प्रणाली को सर्वव्यापी बनाने ,स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार एम एसपी, बिहार मे कृषि मंडी को चालु करने सभी किसानो और खेत मजदूर को प्रती महीना 5,000 हजार पेंशन, ठेका करन बंद करने, बंद चीनी मिल चालु करने की मांग संबंधी ज्ञापन संबंधित पदाधिकारी को सौंपा गया है। प्रखंड मुख्यालय पर घेराव के दौरान आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में गरीब मजदूर विरोधी मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले। नेताओं ने कहा कि देश की अब तक की सरकारों में सबसे भ्रष्ट सरकार मोदी सरकार है जिसने सभी श्रम कानूनों को खत्म कर दिया और चार श्रम कोड से नया कानून बना दिए जो कॉर्पोरेट घराना और मालिकों को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं।मोदी सरकार की नीतियों ने मजदूरों को मालिकों को गुलाम बना दे रहे हैं। अरबपतियों को फायदा पहुंचाने वाली मोदी सरकार देश में रोजगार देने में पूरी तरह विफल रही है, ऐसे में जब पूरा देश बेरोजगारी से कराह रहा है मोदी सरकार देश विदेश घूम-घूम कर भ्रम फैला रही है।नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार निजीकरण और मुद्रीकरण के नाम पर सार्वजनिक संपत्ति और बुनियादी ढांचे को कारपोरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनी को बेचने की मुहिम चला रही है। असल में मोदी सरकार देश बेचवा सरकार के रूप में सामने आई है। वहीं अन्य नेताओं ने कहा अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र का निजीकरण किया जा रहा है। बिजली स्वास्थ्य शिक्षा पानी रेलवे ट्रेन ट्रैक स्टेशन और भूमि समेत आवश्यक सेवाओं से लेकर कोयला बिक्री कल कारखाना सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक  हवाई अड्डे राजमार्ग बंदरगाह का निजीकरण ने वस्तुओं को बेहद महंगा बना दिया है। व्यवसाय करने में आसानी और कॉरपोरेटर घरानों की पूजा ही मोदी सरकार का मूल मंत्र है ।आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं आशा मध्यान भोजन महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का मजाक बनाया जा रहा है। पूरे देश में मोदी सरकार और बीजेपी जाति वर्ग विभेद धर्म के नाम पर भय और डर का माहौल बनाने विपक्ष एवं समिति की आवाज को दबाने दमन जेल भेजने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कुचलना लेखक बुद्धिजीवी  पत्रकारों सामाजिक कार्यकर्ता को ईडी सीबीआई एन आई ए के जरिए कानून का खुलेआम दुरुपयोग करके निशाना बना रही है। फुलवारी में प्रदर्शन का नेतृत्व विधायक गोपाल रविदास ने किया और साथ में भाकपा माले के वयोवृद्ध वरिष्ठ नेता शरीफा मांझी प्रखंड सचिव गुरुदेव दास साधु शरण प्रसाद ललीन पासवान भोला चौधरी नसरीन बानो मो शफीक समेत बड़ी संख्या में महिला व पुरुष कार्यकर्ता शामिल रहे। उधर संपत चक में प्रखंड सचिव रामावतार दास अध्यक्ष राम सिंगार पासवान धनराज पासवान रजवंती देवी फेकनी देवी सुरेश चंद्र ठाकुर राम भाकपा माले प्रखंड सचिव सत्यानंद कुमार ने संयुक्त रूप से की।

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