बिहार एसटीईटी परीक्षा का शेड्यूल जारी, 12 से 31 अक्टूबर तक परीक्षाएं, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा
पटना। बिहार में शिक्षक बनने का सपना देख रहे लाखों अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर आ गई है। लंबे समय से चल रही अटकलों और प्रदर्शन के बाद आखिरकार राज्य सरकार ने एसटीईटी (माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा) 2025 की तारीखों का ऐलान कर दिया है। शिक्षा मंत्री ने इसकी आधिकारिक घोषणा करते हुए परीक्षा का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है।
परीक्षा के आयोजन की बेसब्री
बिहार में एसटीईटी को लेकर उम्मीदवार लंबे समय से संघर्ष कर रहे थे। आवेदन प्रक्रिया पहले शुरू हुई थी लेकिन बाद में उसे रोकना पड़ा। इसके बाद 19 सितंबर से आवेदन प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई। अभ्यर्थियों का मानना था कि जब तक एसटीईटी का आयोजन नहीं होता, टीआरई-4 की भर्ती अधूरी ही रहेगी। इसी दबाव और मांग को देखते हुए सरकार ने परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया।
नई तारीखों की घोषणा
शिक्षा मंत्री के अनुसार, एसटीईटी परीक्षा का आयोजन अब 12 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 के बीच होगा। पहले यह परीक्षा 4 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच कराई जानी थी, लेकिन अब शेड्यूल को बदल दिया गया है। परीक्षा सीबीटी यानी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट मोड में आयोजित होगी। परिणाम 16 नवंबर 2025 को घोषित किया जाएगा।
आवेदन की समय सीमा
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 19 सितंबर 2025 से शुरू हो चुकी है और 27 सितंबर तक चलेगी। इस दौरान उम्मीदवारों को फॉर्म भरने का मौका मिलेगा। आवेदन की सुविधा पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार इसमें शामिल हो सकें।
परीक्षा का ढांचा
एसटीईटी परीक्षा को दो स्तरों पर विभाजित किया गया है।
पेपर 1 (माध्यमिक स्तर): इसमें हिंदी, उर्दू, मैथिली, संस्कृत, अंग्रेज़ी, गणित, विज्ञान, इतिहास, कला और शारीरिक शिक्षा जैसे विषय शामिल होंगे।
पेपर 2 (उच्च माध्यमिक स्तर): इस पेपर में मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान, अरबी-फारसी और कंप्यूटर विज्ञान के अलावा मास्टर स्तर के अन्य विषय शामिल हैं। हर पेपर में कुल 150 प्रश्न होंगे। इनमें से 100 प्रश्न विषय आधारित और 50 प्रश्न शिक्षक कौशल व दक्षता से संबंधित होंगे। परीक्षा की कुल समय सीमा 2.5 घंटे रखी गई है। सबसे बड़ी राहत यह है कि इसमें नकारात्मक अंकन (नेगेटिव मार्किंग) नहीं होगी।
पिछले वर्षों का परिणाम
पिछली बार की एसटीईटी परीक्षा में पेपर 1 में 73 प्रतिशत से अधिक और पेपर 2 में 64 प्रतिशत से ज्यादा अभ्यर्थी सफल हुए थे। ये आंकड़े इस बात को दर्शाते हैं कि मेहनत और सही दिशा में तैयारी करने से बेहतर परिणाम हासिल करना संभव है। सफलता दर का यह स्तर उम्मीदवारों को हिम्मत भी देता है कि चयन पाना इतना कठिन नहीं है, बशर्ते तैयारी पूरी लगन से की जाए।
अभ्यर्थियों की उम्मीदें और प्रदर्शन
परीक्षा की घोषणा के साथ ही उम्मीदवारों के बीच उत्साह बढ़ गया है। हाल ही में पटना में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था और सरकार से मांग की थी कि वे जल्द से जल्द परीक्षा के आयोजन की तिथि घोषित करें। अब शेड्यूल जारी होने से उनकी मांग पूरी हो गई है। हालांकि, अभ्यर्थियों का मानना है कि सरकार को परीक्षा और भर्ती प्रक्रिया समय से पूरी करनी चाहिए ताकि उम्मीदवारों को लंबा इंतजार न करना पड़े।
टीआरई-4 से पहले एसटीईटी
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि टीआरई-4 की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए पहले एसटीईटी परीक्षा पास करना आवश्यक होगा। इसका मतलब है कि इस परीक्षा का सफल संचालन और परिणाम जारी होना, टीआरई-4 के सफल आयोजन का पहला चरण है। इसलिए एसटीईटी को लेकर अभ्यर्थियों की सेंटीमेंट और उत्सुकता दोनों बेहद ज्यादा है।
तैयारी के लिए सुझाव
विशेषज्ञों का मानना है कि अभ्यर्थियों को अब अपने अंतिम रिवीजन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। चूंकि परीक्षा सीबीटी मोड में होगी, इसलिए उम्मीदवारों को कंप्यूटर पर अभ्यास करने की आदत डालनी होगी। साथ ही, मॉक टेस्ट और पिछले साल के प्रश्नपत्र हल करना सबसे बेहतर रणनीति साबित हो सकती है। समय प्रबंधन भी परीक्षा में सफलता की कुंजी है। ढाई घंटे की समय-सीमा में 150 प्रश्नों को हल करना आसान काम नहीं है। ऐसे में उम्मीदवारों को विषयगत ज्ञान के साथ गति पर भी जोर देना होगा। बिहार एसटीईटी 2025 का शेड्यूल जारी होने से लाखों अभ्यर्थियों को राहत मिली है। अब उन्हें पता है कि परीक्षा कब होगी और कितने समय में परिणाम आएगा। 12 से 31 अक्टूबर तक होने वाली इस परीक्षा के परिणाम 16 नवंबर को आ जाएंगे, जिसके बाद टीआरई-4 की प्रक्रिया और तेजी से आगे बढ़ सकेगी। यह परीक्षा न केवल उम्मीदवारों के लिए चयन का रास्ता खोलेगी, बल्कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूत बनाने का कार्य करेगी। अब सबकी निगाहें तैयारी पर टिकी हैं और उम्मीदवार अपनी मंजिल पाने के लिए पूरी मेहनत में जुट जाएंगे।


