पटना में तेज रफ्तार वाहन ने बाइक में मारी टक्कर, वृद्ध पुजारी की मौत, पोते की हालत गंभीर
पटना। राजधानी पटना में सोमवार को बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन पर एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। पूरा गांव के पास हुए इस हादसे में 65 वर्षीय अर्जुन पांडे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाइक चला रहा उनका 20 वर्षीय पोता केशव कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। यह सड़क हादसा न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए गहरे सदमे का कारण बन गया।
शादी समारोह से लौट रहे थे दादा-पोता
जानकारी के अनुसार मृतक अर्जुन पांडे अपने पोते केशव कुमार के साथ करनौती गांव से दरियापुर लौट रहे थे। वे अपने ससुराल में साले के बेटे की शादी में शामिल होने गए थे। विवाह समारोह संपन्न होने के बाद दोनों बाइक से वापस अपने घर की ओर निकल पड़े। दोनों के मन में घर पहुंचकर परिवार से मुलाकात की खुशी थी, लेकिन रास्ते में यह यात्रा उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा हादसा बन गई।
तेज रफ्तार वाहन ने मारी भीषण टक्कर
पूरा गांव के पास जैसे ही उनकी बाइक फोरलेन पर आगे बढ़ रही थी, तभी एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि अर्जुन पांडे बाइक से उछलकर कई फीट दूर जा गिरे। उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। उधर बाइक चला रहा केशव बुरी तरह घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने बताया कि वाहन की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह टक्कर मारने के बाद तुरंत फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों के संभलने तक अज्ञात वाहन आंखों से ओझल हो चुका था।
धार्मिक प्रवृत्ति के थे अर्जुन पांडे
परिजनों ने बताया कि अर्जुन पांडे बेहद धार्मिक प्रवृत्ति के थे। वे कटिहार के सीमापुरी क्षेत्र स्थित शिव मंदिर में पुजारी का कार्य करते थे और वर्षों से पूजा-पाठ करवाते आ रहे थे। उनकी सरलता और धार्मिक जीवनशैली के कारण स्थानीय लोगों के बीच वे अत्यंत सम्मानित थे। उनकी मृत्यु की खबर गांव में फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई। परिवार के सदस्यों ने कहा कि अर्जुन पांडे हर वर्ष परिवार और समाज की धार्मिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। उनका अचानक यूँ चले जाना सबके लिए अविश्वसनीय है।
पुलिस ने घायल पोते को अस्पताल भेजा
घटना की सूचना मिलते ही बख्तियारपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके का निरीक्षण करते हुए घायल केशव कुमार को तुरंत अनुमंडलीय अस्पताल भेजा। उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है और डॉक्टरों की टीम उसका उपचार कर रही है। परिजनों ने उसकी जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। पुलिस ने मृतक अर्जुन पांडे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया है। घटना के बाद परिवार और गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है।
अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि टक्कर मारने वाला वाहन अभी तक चिन्हित नहीं हो सका है। फोरलेन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है, ताकि वाहन का नंबर और उसकी दिशा का पता लगाया जा सके। आसपास के टोल प्लाजा और हाईवे पेट्रोलिंग यूनिटों से भी संपर्क किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए हर संभावित पहलू की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी वाहन और उसके चालक की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, फोरलेन पर सुरक्षा की मांग
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस फोरलेन पर आए दिन तेज रफ्तार वाहनों के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्पीड कंट्रोल व्यवस्था, स्पीड ब्रेकर और पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। गांव के लोगों ने कहा कि फोरलेन का यह हिस्सा काफी व्यस्त रहता है और यहां सुरक्षा इंतजामों की कमी के कारण कई जानें जा चुकी हैं। यदि समय रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं। अर्जुन पांडे की मौत और उनके पोते की गंभीर स्थिति ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाले सड़क हादसों की भयावहता को उजागर किया है। परिवार के लिए यह अपूरणीय क्षति है। पुलिस जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी वाहन की पहचान कर आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व और बेहतर यातायात प्रबंधन की आवश्यकता को सामने ला दिया है।


