बिहार से नकली दवाइयों की तस्करी करने वाले बड़े गिरोह का उड़ीसा में भंडाफोड़, कई धंधेबाज गिरफ्तार

- जांच के लिए बिहार पहुंची उड़ीसा पुलिस, नकली दवाइयों के बड़े नेटवर्क पर कसेगी नकेल
पटना। भागदौड़ भरी इस जिंदगी में लोगों के अंदर तरह-तरह की बीमारियों ने अपना घर बना लिया है। आए दिन लोग ब्लड प्रेशर तथा मधुमेह जैसी बीमारियों से पीड़ित रहते हैं और डॉक्टरों की सलाह पर इसके लिए उपयुक्त दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन बाजार में उपलब्ध दवाइयां आप के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं। बता दें कि इन दिनों भारत में नकली दवाइयों का कारोबार काफी तेजी से बढ़ गया है। चंद पैसों के लिए कुछ तस्कर असली दवाइयों में नकली दवाइयों को मिलाकर भेजते हैं जिसके कारण आपकी जान पर बड़ा खतरा बन जाता है। इसी कड़ी में उड़ीसा पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए बिहार के धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है। उड़ीसा पुलिस ने ब्लड प्रेसर की नकली दवाइयों को बेचने के आरोप में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो इस पूरे गिरोह की जांच शुरू हुई। पूछताछ में ये पता चला कि कटक में दवा सप्लाई करने वाले बिहार के दो लोग हैं। जिसके बाद उड़ीसा पुलिस बिहार पहुंच गयी।
बिहार से कटक तक कारोबार
जानकारी के अनुसार, बिहार में हरीश कुमार और आलोक कुमार मिश्र की पहचान की गयी जो इस धंधे में कथित रुप से लिप्त थे। जब पुलिस हरीश कुमार से पूछताछ करने लगी तो उसने बताया कि उसके नाम के लाइसेंस को आलोक कुमार मिश्र यूज करता है। वहीं तमाम पूछताछ के बाद पुलिस ने हरीश और आलोक को गिरफ्तार कर लिया और ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उड़ीसा चली गयी। बताया जा रहा है कि नकली दवा का यह सारा खेल अधिक पैसा बचत करने के लिए खेला जा रहा था। लोगों की जान को खतरे में डालकर उन्हें इन दवाइयों को लेने के लिए बंपर डिस्टकाउंट भी ये लोग दे रहे थे।
